ग्वालियर। शहर में पत्थर और लकड़ियों की मूर्ति के निर्माण के लिए करीब 15 साल पहले लाखों रुपए में खरीदी गई मशीन अब ठीक कराई जा रही है, लेकिन मशीनों को ठीक कराने में उन्हें खरीदी गई कीमत से भी ज्यादा का भुगतान करना पड़ रहा है. पहले यह मशीन एनओजीओ ने खरीदी थी. बाद में इस सेंटर को काउंटर मैग्नेट सिटी यानी साडा के सुपुर्द कर दिया गया.
अब स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन इन मशीनों को सुधरवाकर पत्थर और लकड़ी की काष्ठ कला का प्रशिक्षण देने की योजना बना रहा है. स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने मशीनों को ठीक कराने के लिए टेंडर जारी कर दिया है. बिजली का नया कनेक्शन भी ले लिया है. जिन मशीनों को ठीक कराया जा रहा है, उनमें जैक्सा कटर, छोटा कटर, मिनी कटर, वुड पॉलिश मशीन, वुडन लेट मशीन, चैन कटर, ड्रिल मशीन सहित अन्य मशीनें शामिल हैं.
स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन का कहना है कि मशीनों के ठीक होने के बाद यहां काम करने वाले कलाकारों की मेहनत काफी कम हो जाएगी. इसमें जैक्सा मशीन पत्थर को काटने में काम आती है. पत्थर वाले मशीन से बड़े पत्थरों पर पॉलिश की जा सकती है.