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सर्द फिजा में घुला ग्रीक संगीत, जब वालासी सिस्टर्स ने किया संतुरी वादन - ग्वालियर समाचार

ग्वालियर में चल रहे तानसेन समारोह में आज की संगीत सभा में विश्व संगीत ग्रीस की जानी मानी युवा कलाकार सिस्टर्स लौकिया वालासी और स्टेला वालासी ने संतुरी पर ग्रीक गायन और वादन पेश किया.

Laquia and Stella Wallasey performed Greek music at  Tansen Festival
वालासी सिस्टर्स
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Published : Dec 18, 2019, 8:28 PM IST

ग्वालियर। संगीत के मुरीदों के लिए आज का दिन अद्भुत रहा. मौसिकी के बादशाह तानसेन की याद में आयोजित सुरों के संगम के दूसरे दिन की संगीत सभा श्रोताओं को सुखद अहसासों से सराबोर कर गई. सभा में सुर साज के कई रंग देखने को मिले. सर्द और सबनमी सुबह में जब विभास और अहीर भैरव जैसे रागों के सुर गूंजे तो सर्दी का अहसास जाता रहा. सभा में विश्व संगीत की जानी मानी ग्रीस की युवा कलाकार सिस्टर्स लौकिया वालासी और स्टेला वालासी ने संतुरी पर ग्रीक गायन और वादन किया.

Laquia and Stella Wallasey performed Greek music
मंच पर ग्रीस की युवा कलाकार

संतुरी एक वाद्य यंत्र संतूर का ही छोटा रूप है. ये पर्शिया से होता हुआ भारत, चीन, ग्रीस सहित तमाम मुल्कों में पहुंचा. कलाकार बहनों ने ग्रीक का बायजेन्टाइन संगीत पेश किया, जिसमें भारतीय संगीत के रागों की तरह ही अलग अलग स्वर रचनाएं होती हैं और जो ऋतुओं के हिसाब से गाया बजाया जाता है.

सर्द हवाओं में घुला ग्रीक संगीत

वालासी सिस्टर्स ने तानसेन समारोह में आमंत्रित किए जाने पर खुशी जताते हुए आयोजकों का धन्यवाद किया, साथ ही उन्होंने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि वह महान संगीतकार तानसेन की कर्मभूमि पर अपनी कला का प्रदर्शन करने पहुंची हैं. आज जो प्रस्तुति दी है वह भारतीय संस्कृति से मिलता-जुलता ही संगीत है और भारतीय संगीत भी ग्रीक संगीत से काफी मिलता जुलता है.

ग्वालियर। संगीत के मुरीदों के लिए आज का दिन अद्भुत रहा. मौसिकी के बादशाह तानसेन की याद में आयोजित सुरों के संगम के दूसरे दिन की संगीत सभा श्रोताओं को सुखद अहसासों से सराबोर कर गई. सभा में सुर साज के कई रंग देखने को मिले. सर्द और सबनमी सुबह में जब विभास और अहीर भैरव जैसे रागों के सुर गूंजे तो सर्दी का अहसास जाता रहा. सभा में विश्व संगीत की जानी मानी ग्रीस की युवा कलाकार सिस्टर्स लौकिया वालासी और स्टेला वालासी ने संतुरी पर ग्रीक गायन और वादन किया.

Laquia and Stella Wallasey performed Greek music
मंच पर ग्रीस की युवा कलाकार

संतुरी एक वाद्य यंत्र संतूर का ही छोटा रूप है. ये पर्शिया से होता हुआ भारत, चीन, ग्रीस सहित तमाम मुल्कों में पहुंचा. कलाकार बहनों ने ग्रीक का बायजेन्टाइन संगीत पेश किया, जिसमें भारतीय संगीत के रागों की तरह ही अलग अलग स्वर रचनाएं होती हैं और जो ऋतुओं के हिसाब से गाया बजाया जाता है.

सर्द हवाओं में घुला ग्रीक संगीत

वालासी सिस्टर्स ने तानसेन समारोह में आमंत्रित किए जाने पर खुशी जताते हुए आयोजकों का धन्यवाद किया, साथ ही उन्होंने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि वह महान संगीतकार तानसेन की कर्मभूमि पर अपनी कला का प्रदर्शन करने पहुंची हैं. आज जो प्रस्तुति दी है वह भारतीय संस्कृति से मिलता-जुलता ही संगीत है और भारतीय संगीत भी ग्रीक संगीत से काफी मिलता जुलता है.

Intro:एंकर-संगीत के मुरीदों के लिए आज का दिन अदभुत रहा। मौसिकी के बादशाह तानसेन की याद में यहां शुरू हुए सुरों के जलसे के दूसरे दिन की संगीत सभा रसिको को सुखद अहसासों से सराबोर कर गई। सभा में सुर साज़ के कई रंग देखने को मिले। सर्द और सबनमी सुबह में जब विभास और अहीर भैरव जैसे रागों के सुर उठे तो सर्दी का अहसास जाता रहा। Body:सभा में विश्व संगीत ग्रीस की जानी मानी युवा कलाकार सिस्टर्स लौकिया वालासी और स्टेला वालासी ने संतुरी पर अपने यहां का परंपरागत गायन और वादन पेश किया। दरअसल संतुरी एक वाद्य है। जो संतूर का ही छोटा रूप है। यह पर्शिया से होता हुआ भारत चीन ग्रीस सहित तमाम मुल्कों में पहुंचा। दोनों बहनों ने ग्रीक का बायजेन्टाइन संगीत पेश किया जिसमें भारतीय संगीत के रागों की तरह ही अलग अलग स्वर रचनाएं होती है और जो ऋतुओं के हिसाब से गया बजाया जाता है। वालासी सिस्टर्स ने उन्हें तानसेन समारोह में आमंत्रित किए जाने पर खुशी जताते हुए आयोजकों का धन्यवाद किया। साथ ही उन्होंने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि वह महान संगीतकार तानसेन की कर्मभूमि पर अपनी कला का प्रदर्शन करने पहुंचे हैं उन्होंने कहा कि उन्होंने आज जो प्रस्तुति दी है वह भारतीय संस्कृति से मिलता-जुलता ही संगीत है।

Conclusion:बाईट-लौकिया वालासी, ग्रीस कलाकार

बाईट-स्टेला वालासी,ग्रीस कलाकार
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