ग्वालियर। जेएएच के न्यूरोलॉजी वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों द्वारा तैनात विकलांग डॉक्टर से मारपीट करने का मामला सामने आया है. वहीं अटेंडेंट ने उल्टा डॉक्टर पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है. डॉक्टरों ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के बाद ही देने की बात कही. इस बीच प्रदेश के खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के कुछ समर्थक अस्पताल पहुंचे और डाक्टरों पर शव देने के लिए दबाव बनाया. फिलहाल मामले को थाने में दर्ज कराया गया है, जिसकी जांच की जाएगी.
जानकारी के अनुसार, भिंड के शेरपुर गांव निवासी अंगूरी देवी बाल्मीकि की ब्रेन हेमरेज के कारण गंभीर स्थिति में देर रात अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां महिला का सीटी स्कैन के बाद उसका इलाज किया जा रहा है. इसी बीच तड़के सुबह महिला की मौत हो गई. मरीज के परिजन का आरोप है कि जब वे डॉक्टर को बुलाने गए, तो डॉक्टर नहीं आए और उनसे अभद्रता की जबकि डॉक्टर का कहना है कि महिला की स्थिति के बारे में परिजनों को बता दिया गया था.
इस बीच परिजनों के समर्थन में मंत्री प्रद्युम्न तोमर के समर्थक पहुंच गए और उन्होंने मौके पर पहुंचे महिला का शव देने को लेकर अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक मिश्रा से बहस करने लगे. डॉक्टर ने लाश देने से इंकार कर दिया और कहा कि पहले पोस्टमार्टम होगा जिसमें महिला की मौत का कारण पता लगाया जाएगा उसके बाद ही लाश मिल पाएगी. वहीं महिला की लाश को पोस्टमार्टम के बाद ही दिया जा गया.
इस बीच में डॉक्टरों ने शिकायती आवेदन पुलिस में दिया है. जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश है उनका कहना है कि दिनभर मरीजों की देखभाल करने के बावजूद आए दिन जूनियर डॉक्टरों के साथ अभद्रता की जाती है. डॉक्टर के साथ मारपीट की पुष्टि इंदौर से अपने बीमार पिता को देखने पहुंची एक महिला ने भी की है. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.