ग्वालियर। कभी बागी और बीहड़ के लिए बदनाम रहा ग्वालियर चंबल आज सूबे की सिायसत का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है. सिंधिया की कांग्रेस से बगावत के बाद अस्तित्व में आई शिवराज सरकार में भी सिंधिया का दबदबा रहा. सरकार बनने के 100 दिन बाद हुए मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया का जलवा दिखा और सिंधिया समर्थक सभी मंत्रियों को जगह दी गई है.
ग्वालियर चंबल से सिंधिया की बदौलत ही शिवराज मंत्रिमंडल में 11 विधायकों को जगह दी गई है. खास बात ये है कि मध्यप्रदेश की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ जब ग्वालियर-चंबल से इतनी संख्या में मंत्री बने हों. इससे साबित हो गया है कि ग्वालियर-चंबल अंचल में सिंधिया का दबदबा कायम है, जबकि ग्वालियर-चंबल में नरेंद्र सिंह तोमर के बाद बीजेपी के मजबूत स्तंभ के तौर पर भी सिंधिया सामने आ रहे हैं, इसको लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं.
चंबल अंचल में बीजेपी के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया
आज हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ग्वालियर चंबल से मंत्री बनने वाले विधायकों की संख्या कुल 12 हो चुकी है. मतलब इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं. इससे पहले ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का दबदबा हुआ करता था. वही तय करते थे कि किसको टिकट देना है और किसे मंत्री बनाना है, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में शामिल होने के बाद अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कद छोटा होने लगा है. इसका गवाह शिवराज सिंह का मंत्रिमंडल विस्तार बना, जिसमें सिंधिया समर्थकों का बोलबाला रहा.
शिवराज सरकार में सिंधिया का जलवा
100 दिन से ज्यादा के महामंथन के बाद बीजेपी की शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल तो गठित हो गया है, लेकिन इसमें साफ तौर पर उपचुनाव की मजबूरी, बागियों को खुश रखने की कवायद और शिवराज सिंह की लाचारी नजर आ रही है. कांग्रेस के मजबूत स्तंभ रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के सभी समर्थकों को शिवराज की टीम में जगह दी गई है, जिसको देखकर सियासी गलियारों में यही चर्चा है कि शिवराज सरकार में सिंधिया का जलवा दिख रहा है.
सिंधिया समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल में मिली जगह
प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी और महेंद्र सिंह सिसोदिया, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया, सुरेंद्र धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने मंत्री पद की शपथ ली.