ग्वालियर। जिले में जीवाजी विश्वविद्यालय ने नागपुर की कंपनी माइक्रो प्रो सॉल्यूशंस का काम भले ही निरस्त कर दिया हो, लेकिन एक महीने के भीतर छात्रों का डाटा ट्रांसफर करने और 50 से ज्यादा रिजल्ट घोषित करने जैसी चुनौती कंपनी के सामने खड़ी हो गई है. इस सबके बीच छात्रों को परेशानी हो रही है.
दरअसल 9 सितंबर को कार्यपरिषद की बैठक में कंपनी का अच्छा प्रदर्शन नहीं होने के चलते इसे निरस्त करने पर सहमति जताई गई थी. नई टेंडर की प्रक्रिया 1 महीने के भीतर पूरी की जानी है. इस बीच कंपनी को परीक्षा संबंधी सभी डाटा विश्वविद्यालय को सौंपने के आदेश जारी किए गए हैं.
जीवाजी विवि ने नागपुर की कंपनी को दिया अल्टीमेटम, महीनेभर में डाटा ट्रांसफर करने का बनाया दबाव - jiwaji university
जिले में जीवाजी विश्वविद्यालय ने परीक्षा संबंधी काम को निपटाने के लिए नागपुर की कंपनी को एक महीने का अल्टीमेटम दिया है. कंपनी पर 50 से ज्यादा परीक्षा परिणाम और डाटा ट्रांसफर के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
ग्वालियर। जिले में जीवाजी विश्वविद्यालय ने नागपुर की कंपनी माइक्रो प्रो सॉल्यूशंस का काम भले ही निरस्त कर दिया हो, लेकिन एक महीने के भीतर छात्रों का डाटा ट्रांसफर करने और 50 से ज्यादा रिजल्ट घोषित करने जैसी चुनौती कंपनी के सामने खड़ी हो गई है. इस सबके बीच छात्रों को परेशानी हो रही है.
दरअसल 9 सितंबर को कार्यपरिषद की बैठक में कंपनी का अच्छा प्रदर्शन नहीं होने के चलते इसे निरस्त करने पर सहमति जताई गई थी. नई टेंडर की प्रक्रिया 1 महीने के भीतर पूरी की जानी है. इस बीच कंपनी को परीक्षा संबंधी सभी डाटा विश्वविद्यालय को सौंपने के आदेश जारी किए गए हैं.
ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में परीक्षा संबंधी काम देख रही नागपुर की कंपनी माइक्रो प्रो सॉल्यूशंस का काम भले ही विश्वविद्यालय ने निरस्त कर दिया हो लेकिन 1 महीने के भीतर छात्रों का डाटा ट्रांसफर करने और 50 से ज्यादा रिजल्ट घोषित करने जैसी असंभव सी चुनौती कंपनी के सामने हैं। इस सबके बीच छात्र पिसने को मजबूर है।
Body:दरअसल कार्य परिषद की बैठक में 9 सितंबर को नागपुर की कंपनी का काम 9 महीने के भीतर ही संतोषप्रद नहीं रहने पर निरस्त करने को सहमति दी गई है। नई टेंडर की प्रक्रिया 1 महीने के भीतर पूरी की जानी है इस बीच कंपनी को परीक्षा संबंधी सभी डाटा विश्वविद्यालय को सौंपने के आदेश जारी किए गए हैं। जीवाजी विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययन शालाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के 50 से ज्यादा परीक्षा परिणाम कंपनी को 1 महीने में घोषित करने हैं जो बेहद मुश्किल लग रहा है ।सबसे ज्यादा परेशानी स्नातक परीक्षाओं बीए बीएससी बीकॉम को लेकर है।
Conclusion:क्योंकि स्नातक परीक्षाओं में ग्वालियर चंबल संभाग के करीब 8 जिलों के हजारों छात्र-छात्राएं अपने रिजल्ट को लेकर परेशान हैं ।उधर विश्वविद्यालय प्रबंधन पूरी प्रक्रिया की मानिटरिंग करने का दावा किया है और महीनेभर में सभी रुके हुए परीक्षा परिणाम एवं डाटा ट्रांसफर के लिए कंपनी पर दबाव बनाया गया है। इसके लिए कुछ अतिरिक्त कर्मचारी भी लगाए गए हैं इधर कंपनी के बदले जाने से छात्र-छात्राओं की चिंताएं बढ़ गई है। नए टेंडर की प्रक्रिया भी इसी महीने निपटानी है जो अभी तक शुरू नहीं की गई है।
बाइट शांति देव सिसोदिया प्रवक्ता जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर