ग्वालियर। शहर में Street Dogs यानि आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. आए दिन ग्वालियर शहर में ये आवारा कुत्ते राहगीरों को अपना निशाना बना लेते हैं. ग्वालियर अनलॉक होने के बाद शहर में कुत्तों ने काटने के मामले ज्यादा सामने आए हैं. जिला अस्पताल मुरार और जेएएच में रोजाना 35-40 मरीज कुत्तों के काटने के बाद इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं.
- कब बढ़ता है इनका आतंक
बरसात के दिनों में कुत्तों का आतंक ज्यादा बढ़ जाता है और हर साल इस दौरान आवारा कुत्तों के काटने के मामले ज्यादा सामने आते हैं. यही वजह है कि लोगों को अब कॉलोनियों और गलियों से निकलने पर डर लगने लगा है. ग्वालियर शहर की सड़कों. गलियों पर आवारा कुत्तों की भारी तादाद है और इनकी संख्या घटने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है. हालांकि एमपी में कई शहरों में आवारा कुत्तों के आतंक को रोकने के लिए नगर निगम द्वारा उनकी नसबंदी कर दी गई है, लेकिन ग्वालियर में नगर निगम प्रशासन अभी कर इसके लिए जागरुक नहीं है.
- एक साल से नहीं हो पाया टेंडर
नगर निगम ग्वालियर पिछले एक साल से आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए टेंडर नहीं कर पाया है. लिहाजा शहर में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ग्वालियर के गली-मोहल्लों में दर्जनों आवारा कुत्ते घूमते नजर आते हैं और किसी को भी अपना शिकार बना लेते हैं. इन कुत्तों के डर से लोग अपने बच्चों को घरों के बाहर भेजने में डरते हैं. यह कुत्ते अक्सर गलियों में बच्चों के खेलते वक्त काट लेते हैं और यह घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं.
एक दिन में सर्वाधिक टीकाकरण करने में मुंबई अव्वल, दूसरे नंबर पर 'मिनी मुंबई'
- ग्वालियर में 25-30 आवारा हजार कुत्तों की संख्या
ग्वालियर शहर के 66 वार्डों में 25-30 हजार आवारा कुत्ते घूम रहे हैं. पिछले साल शहर में आवारा कुत्तों की संख्या 21 हजार के आसपास थी, लेकिन अबकी बार आवारा कुत्तों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. अप्रैल 2015 में कुत्तों की नसबंदी का टेंडर नगर निगम ने एक कंपनी को दिया था तब से जनवरी 2021 तक 13700 कुत्तों की नसबंदी ग्वालियर में हो चुकी है. इसके बाद भी शहर में कुत्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा का कहना है कि कुत्तों को पकड़कर नसबंदी करने का टेंडर पूर्व में लगा था. एक ही कंपनी के आने के कारण अबकी बार नहीं हो पाया है. फिर से यह प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही कुत्तों को पकड़कर नसबंदी करने का टेंडर दे दिया जाएगा.