ग्वालियर।शहर के बीच बने पड़ाव रेलवे ओवरब्रिज के नए पुल का उद्घाटन भाजपा और कांग्रेस में श्रेय लेने की भेंट चढ़ गया.जिला प्रशासन ने स्थानीय महिलाओं को भी पुल के लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया था.साथ ही प्रदेश सरकार में जिले के 3 कैबिनेट मंत्रियों और सांसद को भी आमंत्रित किया गया था. लेकिन दोनों ही दल के कार्यकर्ता अपने-अपने नेताओं के समर्थन में नारे लगाने में लगे रहे और आपसी धक्का-मुक्की और नारेबाजी के बीच फीता काटकर भाजपा सांसद और प्रदेश सरकार के तीनों मंत्रियों ने पुल का शुभारंभ किया.
बता दें कि लगभग 45 करोड़ की लागत से गांधी रोड को सिंधिया कन्या विद्यालय से जोड़ने वाले इस पुल का निर्माण 5 साल पहले शुरू हुआ था.तब केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार थी लेकिन पिछले साल राज्य में भाजपा की सरकार हार के बाद कांग्रेस ने इस पुल को सेतु निगम के जरिए पूरा करवाया था. तब से कांग्रेस और भाजपा इस पुल के निर्माण का श्रेय लेने की कोशिश में लगे थे.भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बता रही थी तो कांग्रेसी इसे अपने समय में पूरा करने का श्रेय लेने में लगे थे.
पुल का एक हिस्सा पहले ही शुरू करा दिया गया था लेकिन तब आचारसंहिता लगी हुई थी.पुल के दोनों ओर रविवार से ट्रैफिक शुरू कराया गया. इस मौके पर स्थानीय महिलाओं को भी आमंत्रित किया गया था. सामूहिक रूप से फीता काटने के बाद दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने पैदल ही पुल के दोनों ओर चक्कर लगाये. इस पुल के निर्माण से शहर के पड़ाव क्षेत्र में आए दिन होने वाले जाम की स्थिति ठिक हो जायेगी.
आपको बता दें कि जिला प्रशासन का कहना है कि फिलहाल कुछ दिन इस पुल पर दोनों ओर से ट्रैफिक गुजरने दिया जाएगा बाद में यातायात पुलिस के साथ मिलकर पुल से यातायात व्यवस्थित रूप से गुजारने के लिए योजना बनाई जाएगी.खास बात यह है कि सांसद विवेक शेजवलकर ने जहां शहर के विकास के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की बात कही है वहीं प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री और सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी ने ग्वालियर के विकास के लिए सिर्फ सिंधिया परिवार को ही श्रेय दिया है.