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मंत्री इमरती देवी ने मीडिया पर लगाया ग्वालियर में प्रदूषण को लेकर अफवाह फैलाने का आरोप - national green tribunal

ग्वालियर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ग्वालियर समेत मध्यप्रदेश के 6 जिलों में नए उद्योग लगाने पर रोक लगा दी है. इस मामले पर मंत्री इमरती देवी ने बेतुका बयान देते हुए कहा है कि मीडिया के द्वारा प्रदूषण को बढ़ा- चढ़ा कर पेश किया जा रहा है

ग्वालियर में प्रदूषण पर मंत्री इमरती देवी का बेतुका बयान
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Published : Sep 6, 2019, 5:39 PM IST

ग्वालियर: प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ग्वालियर समेत मध्यप्रदेश के 6 जिलों में नए उद्योग लगाने पर रोक लगा दी है. इस मामले पर मंत्री इमरती देवी ने बेतुका बयान देते हुए कहा है कि मीडिया के द्वारा प्रदूषण को बढ़ा- चढ़ा कर पेश किया जा रहा है, उनका कहना है कि ग्वालियर में अन्य शहरों की अपेक्षा कम प्रदूषण है.

ग्वालियर में प्रदूषण पर मंत्री इमरती देवी का बेतुका बयान
इमरती देवी ने कहा है कि ग्वालियर के विकास के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अंचल के सभी मंत्री सीएम से बात कर चुके हैं. भोपाल और इंदौर शहर में जो विकास होगा वही विकास ग्वालियर में भी होगा. इससे संबंधित कोई भी पत्र उनके पास नहीं आया है. अधिक प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी ने देश के 100 शहरों में उद्योग विकास योजना पर रोक लगा दी है. जिसमें मध्यप्रदेश के ग्वालियर, इंदौर, मंडीदीप, नागदा, रतलाम, देवास और पीथमपुर जिले शामिल है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा कि प्रदूषण फैला कर किसी भी उद्योग को व्यापार करने का कोई अधिकार नहीं है.एनजीटी ने रेड श्रेणी में बड़े होटल, रासायनिक ऑटोमोबाइल उत्पादन, पावर उत्पादन प्लांट और सीमेंट जैसे उद्योगों को शामिल किया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2018 में ग्वालियर शहर में प्रदूषण को लेकर सर्वे कराया था, जिसमें ग्वालियर देश में प्रदूषित शहरों की सूची में पहले नंबर पर था.

ग्वालियर: प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ग्वालियर समेत मध्यप्रदेश के 6 जिलों में नए उद्योग लगाने पर रोक लगा दी है. इस मामले पर मंत्री इमरती देवी ने बेतुका बयान देते हुए कहा है कि मीडिया के द्वारा प्रदूषण को बढ़ा- चढ़ा कर पेश किया जा रहा है, उनका कहना है कि ग्वालियर में अन्य शहरों की अपेक्षा कम प्रदूषण है.

ग्वालियर में प्रदूषण पर मंत्री इमरती देवी का बेतुका बयान
इमरती देवी ने कहा है कि ग्वालियर के विकास के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अंचल के सभी मंत्री सीएम से बात कर चुके हैं. भोपाल और इंदौर शहर में जो विकास होगा वही विकास ग्वालियर में भी होगा. इससे संबंधित कोई भी पत्र उनके पास नहीं आया है. अधिक प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी ने देश के 100 शहरों में उद्योग विकास योजना पर रोक लगा दी है. जिसमें मध्यप्रदेश के ग्वालियर, इंदौर, मंडीदीप, नागदा, रतलाम, देवास और पीथमपुर जिले शामिल है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा कि प्रदूषण फैला कर किसी भी उद्योग को व्यापार करने का कोई अधिकार नहीं है.एनजीटी ने रेड श्रेणी में बड़े होटल, रासायनिक ऑटोमोबाइल उत्पादन, पावर उत्पादन प्लांट और सीमेंट जैसे उद्योगों को शामिल किया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2018 में ग्वालियर शहर में प्रदूषण को लेकर सर्वे कराया था, जिसमें ग्वालियर देश में प्रदूषित शहरों की सूची में पहले नंबर पर था.
Intro:ग्वालियर- ग्वालियर सहित मध्य प्रदेश के 6 जिलों में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी के द्वारा नए उद्योग पर रोक लगाने को लेकर मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री इमरती देवी ने बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह सब मीडिया के द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है ग्वालियर में अन्य शहरों की अपेक्षा प्रदूषण बहुत कम है। साथ ही यह मेरी जानकारी में नहीं है और नहीं मेरे पास इससे संबंधित कोई पत्र आया है। साथ ही उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर आपके पास ऐसा कोई पत्र आया है तो वह तो वह मुझे दे दो।मे खुद मुख्यमंत्री से मिलकर इससे संबंधित बात करूंगी।


Body:साथ ही उन्होने कहा कि ग्वालियर के विकास के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अंचल की सभी मंत्री मुख्यमंत्री से बात कर चुके है भोपाल और इंदौर शहर में जो विकास होगा वहीं विकास ग्वालियर में भी होगा। गौरतलब है कि अधिक प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी ने आज देश की 100 शहरों में उद्योग विकास योजना पर रोक लगा दी हैं। जिसमें मध्य प्रदेश के ग्वालियर सहित इंदौर मंडदीप नागदा, रतलाम, देवास और पीथमपुर जिले शामिल है। एनजीटी ने कहा है कि प्रदूषण फैला कर किसी भी उद्योग को व्यापार करने का कोई भी अधिकार नहीं है। एनजीटी ने रेड श्रेणी में बड़े होटल, रासायनिक ऑटोमोबाइल उत्पादन ,पावर उत्पादन प्लांट, डेयरी उत्पाद और सीमेंट जैसी उद्योगों को शामिल किया है। बता दे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2018 में ग्वालियर शहर में प्रदूषण को लेकर सर्वे कराया था। जिसमें ग्वालियर शहर देश में प्रदूषित शहरों की सूची में सबसे पहले नंबर पर आया था।


Conclusion:बाईट - इमरती देवी , महिला एवं बाल विकास मंत्री
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