ग्वालियर। ग्वालियर नगर निगम को जनता से टैक्स वसूल करने में पसीने छूट रहे हैं. चेतावनी देने के बाद भी जब लोग समय से संपत्ति से लेकर जल कर की बकाया राशि नहीं चुका रहे तो नगर निगम ने भी रास्ता निकाल ही लिया. ऐसा ही एक दिलचस्प मामला सामने आये जिसमें जलकर की वसूली के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने घर में बंधी एक भैंस को जब्त कर लिया. बकायादार के घर में बंधी भैंस को नगर निगम के अधिकारी साथ ले गए. बकायादार पर करीब एक लाख 29 हजार का जलकर वसूला जाना है. इस समय ग्वालियर नगर निगम द्वारा शहर में संपत्ति कर के साथ ही जल कर के बकायादारों के खिलाफ वसूली अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में नगर निगम के अधिकारी वार्ड क्रमांक 35 के डलिया वाला मोहल्ले में रहने वाली डेयरी संचालक बाल कृष्ण पाल के घर पर पहुंचे थे.
डेयरी संचालक ने बकाया देने से किया इंकार : जब नगर निगम के अधिकारियों ने डेरी संचालक बालकृष्ण पाल को जलकर की बकाया राशि एक लाख 29 हजार जमा कराने के लिए कहा तो उसने पैसे न होने का हवाला देते हुए मना कर दिया. इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों की नजर उसके घर पर बंधी भैंस पर पड़ गई. अधिकारियों ने डेयरी संचालक से कहा कि अगर जलकर भरने के काबिल नहीं हो तो तुम्हारी भैंस को हम साथ ले जाएंगे. उसके बाद अधिकारियों ने घर पर बंधी भैंस को जब्त कर लिया और उसे खोलकर साथ ले गये.
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वसूली अभियान में जुटा नगर निगम : नगर निगम की वसूली स्टाफ के सहायक यंत्री केसी अग्रवाल ने बताया है कि नगर निगम के कर्मचारियों ने भैंस को जब्त किया. उसके बाद नगर निगम द्वारा संचालित लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला में छोड़ दिया है. जब तक वह जलकर बिल नहीं भरता है, तब तक उसकी भैंस को वापस नहीं किया जाएगा. गौरतलब है कि नगर निगम के द्वारा वसूली अभियान में शहर के अलग-अलग इलाकों में कार्रवाई की जा रही है. नगर निगम के कमिश्नर किशोर कन्याल का कहना है कि ग्वालियर लगातार वसूली अभियान में पिछड़ता जा रहा है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उपभोक्ता संपत्ति कर और जलकर को भरने में आनाकानी कर रहे हैं. यही कारण है कि अबकी बार वसूली अभियान में सख्ती दिखाई जा रही है.