ग्वालियर। सेंथरी गांव में स्थित सरकारी मिडिल स्कूल में गणित पढ़ाने वाले धर्मेंद्र सिंह तोमर ने मिडिल की आधा दर्जन छात्रों से खुद को चूमने के लिए कहा. उनके साथ छेड़खानी करने लगा. छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उसने छात्राओं की पिटाई करना शुरू कर दी. उसने एक छात्रा को पूरे स्कूल की झाड़ू लगाने का आदेश दिया. डंडे से भी तीन छात्राओं को उसने पीटा. इसके बाद छात्राओं ने अपने परिजनों और गांव के लोगों को इसकी खबर दी. खबर मिलते ही ग्रामीण और छात्राओं के परिजन स्कूल पहुंच गए.
ग्रामीणों को गालियां दीं : आरोप है कि वहां शिक्षक धर्मेंद्र सिंह तोमर ग्रामीणों को देखते ही गालियां देने लगा. इसके बाद ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया. उन्होंने धर्मेंद्र सिंह तोमर की जमकर पिटाई की और उसे महाराजपुरा पुलिस के हवाले कर दिया. महाराजपुरा पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ पास्को एक्ट छेड़खानी और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. घटना की जानकारी शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है और विभागीय स्तर पर भी उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. सीएसपी रवि भदौरिया का कहना है कि मामले की जांच जारी है.
कोर्ट से भागे आरोपी गिरफ्तार : ग्वालियर जिला न्यायालय में सजा सुनने के बाद दो दिन पहले फरार हुए दुष्कर्म और डकैती के आरोपियों ने बढ़ते पुलिस दबाव के चलते गुरुवार दोपहर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इस मामले में जिला न्यायाधीश ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. इंदरगंज थाने में आरोपी मुकेश उर्फ मुक्की एवं गोलू परिहार के खिलाफ 224 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. कोर्ट में इन अपराधियों के हाजिर होने के बाद तत्काल पुलिस को सूचना भेजी गई. कोर्ट के निर्देश पर दोनों अपराधियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में केंद्रीय कारागार भेज दिया गया. इनके खिलाफ न्यायालय से फरार होने का मामला अलग से दर्ज किया गया है. जबकि डकैती और दुष्कर्म के मामले में दोनों आरोपियों को 25 साल की सजा दी गई है और उन पर 20 हजार रुपए का विशेष न्यायाधीश अनीता सिंह की कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया है.
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हमले व लूट के हैं आरोपी : उल्लेखनीय है कि 2017 में विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के महल गांव में रहने वाले एक परिवार पर इन बदमाशों ने आधी रात को हमला कर दिया था. घर से सोना चांदी और नकदी लूट के साथ ही इन बदमाशों ने जिस लड़की से घर में खाना बनवा कर खाया, उसके साथ दुष्कर्म भी किया था. इस मामले में एक महिला सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. महिला और एक अन्य आरोपी को बरी कर दिया गया है. जबकि एक आरोपी घटना के बाद से ही फरार है. जमानत पर चल रहे मुकेश और गोलू मंगलवार को फैसले के दौरान कटघरे में मौजूद थे. लेकिन सजा सुनते ही वे नजर बचाकर कोर्ट से गायब हो गए थे. मुकेश और गोलू के कोर्ट में सरेंडर होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है और उन्हें जेल भेज दिया है.