ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेले का इतिहास काफी पुराना है. लगभग 117 साल पहले सिंधिया रियासत काल में इस मेले की शुरुआत की गई थी. तब से लेकर यह मेला अपनी हमेशा से पहचान बनाता आ रहा है. अबकी बार इस मेले की शुरुआत लगभग 25 दिसंबर से की जा रही है. इस बार यह मेला ठीक 2 महीने तक चलेगा. मेले की तैयारी को लेकर सरकार से लेकर प्रशासनिक स्तर के अधिकारी बैठकें कर रहे हैं. साथ ही दुकानदारों के लिए आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है. यहां कई राज्यों से दुकानदार आते हैं.
उम्मीद है कि इस बार ज्यादा लोग आएंगे : ग्वालियर व्यापार मेला में अबकी बार उम्मीद है कि सैलानी और कारोबार दोनों ही बढ़ेंगे. मेला नजदीक आता देखकर लोगों ने गाड़ियों की बुकिंग शुरू कर दी है. हर वर्ष प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन विभाग से रोड टैक्स में मिलने वाली छूट की उम्मीद में यहां बुकिंग कराई जा रही है. लेकिन गाड़ियों में दो से 8 महीने तक की वेटिंग अभी से चल रही है. मेले के दौरान यहां वेटिंग और बढ़ जाएगी. पिछले वर्ष मेले में करीब 1500 करोड़ का कारोबार हुआ था, जोकि इस बार बढ़ने की संभावना है.
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मेले में कई सेक्टर में बहार : ग्वालियर व्यापार मेले में अलग-अलग सेक्टर होते हैं, जिसमें झूला सेक्टर, चाट सेक्टर, फर्नीचर सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर, ऑटो सेक्टर खास हैं. जहां दूर-दूर से लोग सामान खरीदने के लिए आते हैं. सबसे ज्यादा ऑटोमोबाइल सेक्टर सुर्खियों में रहता है, क्योंकि मेले में बीएमडब्ल्यू,ऑडी सहित तमाम इंटरनेशनल चार पहिया वाहन की कंपनियां अपना शोरूम तैयार करती हैं. यहां दूर से लोग आकर लग्जरी गाड़ियां खरीदते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इस ऑटोमोबाइल सेक्टर में मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से रोड टैक्स में परिवहन विभाग द्वारा 50% की छूट दी जाती है. पिछले साल मेले में 22747 गाड़ियां बिकी, जिनमे 10457 कारें थीं.