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Gwalior News: व्यापम घोटाले के व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी के साथ ठगी, बैंक ने भेजा रिकवरी नोटिस

व्यापम घोटाले को उजागर करने वाले व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी के साथ ठगी हुई है. आशीष चतुर्वेदी के पास इन्दौर से एक बैंक का अदालती नोटिस आया था, जिसमें बताया गया है कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान ग्वालियर से लोन के माध्यम से एक बाइक खरीदी थी जिसकी 93,600 रुपये की रिकवरी बताई जा रही है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.

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Published : May 26, 2023, 6:29 PM IST

Whistle Blower Ashish Chaturvedi
व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी के साथ ठगी
व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी के साथ ठगी

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े व्यापम घोटाले को उजागर करने वाले विख्यात व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी ठगी के शिकार हुए हैं. बताया जा रहा है कि ठगों ने आशीष चतुर्वेदी के दस्तावेजों का उपयोग करके बाइक खरीदी है. सबसे खास बात यह है कि इस बात की जानकारी आशीष चतुर्वेदी को नहीं लगी. उनका कहना है कि "आज तक मैंने किसी प्रकार का कोई लोन नहीं लिया है." हालांकि आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर ठगों की तलाश शुरू कर दी है. वहीं, लीगल नोटिस के माध्यम से इंदौर पुलिस कमिश्नर की सूचना दी गई है और संबंधित पार्टियों को भी लीगल नोटिस भेजा गया है.

बैंक का अदालती नोटिस आयाः जानकारी के अनुसार आशीष चतुर्वेदी के पास इन्दौर से एक बैंक का अदालती नोटिस आया था, जिसमें बताया गया है कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान ग्वालियर से लोन के माध्यम से एक बाइक खरीदी है, जिसकी किश्त नहीं भरी गई है. इसी के चलते उनके पास बैंक की तरफ से नोटिस जारी हुआ है, जिसमें 93,600 रुपये की रिकवरी बताई गई है. इस घटना के बाद आरटीआई एक्टिविस्ट काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि प्रदेश और देश में ऐसे कई फ्रॉड हो रहे हैं जिन लोगों को पता भी नहीं है और वह ठगी का शिकार हो जाते हैं.

आशीष बोले- मेरे फर्जी दस्तावेज लेकर किया फ्रॉडः वहीं मामले को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी का कहना है कि "मैंने आज तक न तो कोई लोन लिया है और ना ही कोई बाइक फाइनेंस कई है. मेरे फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करके यह फ्रॉड किया गया है." उन्होंने बताया है कि राज्य परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर वाहन नंबर खोजने से उनका नाम और आवासीय पता मौजूद है. चतुर्वेदी ने बताया है कि इस धोखाधड़ी के पीछे एक बड़ा सिंडीकेट मौजूद है. यह ऐसे ही फर्जी दस्तावेज हासिल कर लोगों को ठगने का काम करते हैं.

आशीष चतुर्वेदी ने पुलिस में की शिकायतः आशीष चतुर्वेदी ने बताया है कि इस मामले में उनकी तरफ से पुलिस को भी शिकायत कर दी गई है और लीगल नोटिस के माध्यम से इंदौर पुलिस कमिश्नर की सूचना दी गई है और संबंधित पार्टियों को भी लीगल नोटिस भेजा गया है. गौरतलब है कि आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के एक ऐसे विख्यात व्हिसल ब्लोअर हैं, जिन्होंने प्रदेश के सबसे बड़े व्यापम घोटाले को उजागर किया और कई अधिकारी और अन्य लोगों को जेल की सलाखों तक पहुंचाया. यही कारण है कि आशीष चतुर्वेदी को सुरक्षा की दृष्टि से गनमैन मौजूद है, जो 24 घंटे उनकी निगरानी करता है.

व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी के साथ ठगी

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े व्यापम घोटाले को उजागर करने वाले विख्यात व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी ठगी के शिकार हुए हैं. बताया जा रहा है कि ठगों ने आशीष चतुर्वेदी के दस्तावेजों का उपयोग करके बाइक खरीदी है. सबसे खास बात यह है कि इस बात की जानकारी आशीष चतुर्वेदी को नहीं लगी. उनका कहना है कि "आज तक मैंने किसी प्रकार का कोई लोन नहीं लिया है." हालांकि आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर ठगों की तलाश शुरू कर दी है. वहीं, लीगल नोटिस के माध्यम से इंदौर पुलिस कमिश्नर की सूचना दी गई है और संबंधित पार्टियों को भी लीगल नोटिस भेजा गया है.

बैंक का अदालती नोटिस आयाः जानकारी के अनुसार आशीष चतुर्वेदी के पास इन्दौर से एक बैंक का अदालती नोटिस आया था, जिसमें बताया गया है कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान ग्वालियर से लोन के माध्यम से एक बाइक खरीदी है, जिसकी किश्त नहीं भरी गई है. इसी के चलते उनके पास बैंक की तरफ से नोटिस जारी हुआ है, जिसमें 93,600 रुपये की रिकवरी बताई गई है. इस घटना के बाद आरटीआई एक्टिविस्ट काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि प्रदेश और देश में ऐसे कई फ्रॉड हो रहे हैं जिन लोगों को पता भी नहीं है और वह ठगी का शिकार हो जाते हैं.

आशीष बोले- मेरे फर्जी दस्तावेज लेकर किया फ्रॉडः वहीं मामले को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी का कहना है कि "मैंने आज तक न तो कोई लोन लिया है और ना ही कोई बाइक फाइनेंस कई है. मेरे फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करके यह फ्रॉड किया गया है." उन्होंने बताया है कि राज्य परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर वाहन नंबर खोजने से उनका नाम और आवासीय पता मौजूद है. चतुर्वेदी ने बताया है कि इस धोखाधड़ी के पीछे एक बड़ा सिंडीकेट मौजूद है. यह ऐसे ही फर्जी दस्तावेज हासिल कर लोगों को ठगने का काम करते हैं.

आशीष चतुर्वेदी ने पुलिस में की शिकायतः आशीष चतुर्वेदी ने बताया है कि इस मामले में उनकी तरफ से पुलिस को भी शिकायत कर दी गई है और लीगल नोटिस के माध्यम से इंदौर पुलिस कमिश्नर की सूचना दी गई है और संबंधित पार्टियों को भी लीगल नोटिस भेजा गया है. गौरतलब है कि आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के एक ऐसे विख्यात व्हिसल ब्लोअर हैं, जिन्होंने प्रदेश के सबसे बड़े व्यापम घोटाले को उजागर किया और कई अधिकारी और अन्य लोगों को जेल की सलाखों तक पहुंचाया. यही कारण है कि आशीष चतुर्वेदी को सुरक्षा की दृष्टि से गनमैन मौजूद है, जो 24 घंटे उनकी निगरानी करता है.

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