ग्वालियर। गुर्जर एवं पिछड़ा वर्ग महासभा द्वारा आव्हान किए गए गिरफ्तारी आंदोलन को लेकर पुलिस सतर्क है, जिला प्रशासन ने गुरुवार को होने वाले गिरफ्तारी आंदोलन को लेकर मेला परिसर के आसपास 2000 से ज्यादा जवानों का बल तैनात किया है. जिला प्रशासन ने किसी भी प्रदर्शन या गिरफ्तारी के कार्यक्रम की संभावना से इनकार किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण सहित गुर्जर समाज के विभिन्न संगठन एवं ओबीसी महासभा के लोग सोशल मीडिया पर आज यानि गुरुवार के कार्यक्रम को लेकर ग्वालियर में जेल भरो आंदोलन में शिरकत करने वाले हैं, इस तरह की खबरें सामने आ रही हैं.
जेल भरो आंदोलन का आह्वान: प्रशासन का कहना है कि जिले में धारा 144 लागू है, ऐसे में बिना अनुमति के किसी भी धरना प्रदर्शन आंदोलन या जुलूस की अनुमति नहीं है. गुरुवार के संभावित कार्यक्रम को लेकर भी पुलिस के पास कोई आवेदन नहीं आया है, 25 सितंबर को गुर्जर महाकुंभ के दौरान हुए उपद्रव और उसके बाद पुलिस कार्रवाई को लेकर गुर्जर और ओबीसी महासभा ने 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया है. गुर्जर और ओबीसी महासभा का कहना है कि पुलिस ने शांति प्रिय आंदोलन के दौरान कुछ शरारती तत्वों की करगुजरी के चलते समाज के कद्दावर लोगों को संगीन धाराओं में आरोपी बना दिया है और कई लोगों को पकड़कर जेल में ठूंस दिया है, इसके विरोध में वे सामूहिक गिरफ्तारी देने वाले हैं. गुर्जर समाज के ही कई लोगों ने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्यक्रम कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया था.
क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि गुर्जर महासभा महाकुंभ के दौरान जिला प्रशासन द्वारा फूल बाग मैदान में ज्ञापन नहीं लेने पर जुलूस के रूप में आंदोलन में शामिल लोग जब ज्ञापन देने जिला कलेक्ट्रेट भवन गए थे, जहां उनका पुलिस से विवाद होने के बाद पथराव शुरू हो गया था. पुलिस को आंसू गैस की गोले चलाने पड़े थे, गुर्जर महासभा का यह भी कहना है कि भीड़ में कुछ अन्य समाज द्वारा शरारती तत्वों के घुसने से माहौल बिगड़ गया था और इसमें गुर्जरों को बदनाम किया गया. इधर पुलिस किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए अपने आप को चुस्त दुरुस्त कर रही है, पुलिस लाइन में बुधवार को आंसू गैस चलाने की पुलिसकर्मियों को प्रैक्टिस कराई गई. वहीं बलवा परेड का भी आयोजन किया गया, इस मौके पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे.