ग्वालियर। ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में स्थित हेल्थ सेंटर को आयुष मंत्रालय की ओर से डेढ़ करोड़ रुपए की आर्थिक मदद मिली है. इस राशि से हेल्थ सेंटर में खासकर मधुमेह और वायरल इन्फेक्शन से जुड़ी बीमारियों पर काम किया जाएगा. वहीं नए चिकित्सकों पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती के अलावा संसाधन भी जुटाए जाएंगे.
विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर में एलोपैथिक होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक तीनों तरह के चिकित्सक अपनी सेवाएं देते हैं. यहां बेहद रियायती दर पर मरीजों को परीक्षण दिया जाता है. उसके बाद के लिए तीनों विधियां की दवाएं लिखी जाती हैं. यहां खासकर डायबिटीज का इलाज कराने के लिए लोग दूर-दराज शहरों से आते हैं.
इसके अलावा कोरोना काल संक्रमण में मरीजों को भी यहां होम्योपैथिक दवाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने के काम आती है. विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर को विकसित करने के लिए आयुष मंत्रालय ने यह ग्रांट पेश की है. आने वाले दिनों में इस ग्रांट से हेल्थ सेंटर में बदलाव देखे जा सकते हैं.
जीवाजी विश्वविद्यालय का हेल्थ सेंटर करीब 2 साल पहले शुरू किया गया है. यहां दिल्ली के आयुर्वेदिक संस्थान के रिटायर्ड प्रिंसिपल की देखरेख में हेल्थ सेंटर को विकसित किया जा रहा है. यहां दो महिला रोग विशेषज्ञ भी तैनात हैं, जो आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक पद्धति से मरीजों का इलाज करती हैं. हेल्थ सेंटर में ही आयुर्वेदिक दवाओं का एक मेडिकल स्टोर भी है.