ग्वालियर। राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद अब मध्य प्रदेश की स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग भी आ गई है. इसमें भी ग्वालियर एक बार फिर फिसड्डी साबित हुआ है. मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय में ग्वालियर को 14वां स्थान मिला है. इससे पहले राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में ग्वालियर शहर को 59वें पायदान पर रखा गया था.
ये रैकिंग शहर में कचरा कलेक्शन और उसके निस्तारण, स्मार्ट सिटी योजना के तहत चल रहे कामकाज, अमृत योजना के तहत सीवर और सड़कों की हालत और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी मूलभूत योजनाओं के क्रियान्वयन के आधार पर दी गई है.
ग्वालियर में स्मार्ट सिटी और नगर निगम के प्रोजेक्टों में भले ही एक साल में करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हों, लेकिन शहर की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. जिन इलाकों में अमृत योजना के तहत करोड़ों की खुदाई की गई, उन्हें वापस ठीक नहीं किया गया. शहर के 66 में से मात्र 40 वार्डों में कचरा कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है. बारिश के पहले ही सीवर की सफाई की बात की गई थी, लेकिन बारिश में शहर की कई बस्तियां जलमग्न हो गई थीं.