ग्वालियर। शहर की तीनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो चुका है, लेकिन प्रशासन की जिम्मेदारी अभी पूरी नहीं हुई है. क्योंकि अब प्रशासन के लिए सबसे अधिक कसरत का काम मतगणना है. ग्वालियर के एमएलबी कॉलेज परिसर में तीनों विधानसभा में चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों का भाग्य कैद हो चुका है.
स्टोर रूम के बाहर कड़ी सुरक्षा
एमएलबी कैंपस में बनाई गई स्टोर रूम के अंदर विधानसभा बार अलग-अलग कक्ष में ईवीएम मशीन को ट्री लेयर सुरक्षा के बीच रखा गया है. जिनमें सीआरपीएफ, स्टेट आर्म्ड फोर्स और लोकल पुलिस बल तैनात किया गया है. 22 सीसीटीवी कैमरे, दो एलईडी टीवी के माध्यम से स्ट्रांग रूम व उसके आसपास की सुरक्षा को तीसरे नजर में रखा गया है. इसका सीधा प्रसारण स्ट्रांग रूम के बाहर टीवी पर रहेगा ताकि सभी प्रत्याशी उस पर सीधे तौर पर नजर रख सकेंगे. इतना ही नहीं बिना अनुमति के किसी भी शख्स को परिसर में जाने की अनुमति नहीं है. जिला प्रशासन द्वारा इस बार विद्युत व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि बीते विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर प्रत्याशियों का जोरदार हंगामा देखने को मिला था.
ऐसे में अबकी बार जनरेटर और इनवर्टर के माध्यम से इस व्यवस्था को भी दुरुस्त किया गया है, लेकिन इस स्टोर रूम का विरोध शुरू हो गया है. ग्वालियर विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा के समर्थकों ने स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा डाल दिया है और उनका आरोप है की स्ट्रांग स्टोर रूम के बाहर लगाई गई एलईडी टीवी छोटी है. इसको बड़ा किया जाए. साथ ही बीच-बीच में लाइट का आवागमन हो रहा है, इस वजह से सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं.
पिछले 2018 के विधानसभा में भी कांग्रेस ने स्टॉक रूम को लेकर उठाए सवाल-
2018 के विधानसभा चुनाव में जब मतदान के बाद ईवीएम मशीन को एमएलबी कॉलेज के स्ट्रांग रूम में रखा गया था तो उसके बाद कांग्रेसियों ने छेड़खानी के आरोप लगाना शुरू कर दिए थे. यही वजह रही कि सभी विधानसभा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एमएलबी कॉलेज के बाहर टेंट लगाकर 24 घंटे निगरानी की थी.