ग्वालियर। जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक अग्रवाल ने कोरोना संक्रमण के कारण बंद किए गए जिला न्यायालय के चलते अपने अधीनस्थ मजिस्ट्रेट और कई अतिरिक्त जिला न्यायाधीशों को घर से ही जरूरी मामलों की सुनवाई के निर्देश दिए हैं. बता दें 21 तारीख तक जिला न्यायालय बंद हैं वहीं 22 और 23 अगस्त को अवकाश है, ऐसे में रिमांड और जमनात जैसे तमाम आवदनों को लंबित नहीं रखा जाए, इसलिए ये निर्देश दिए गए हैं.
जिला सत्र न्यायालय में 8 कर्मचारी मिले कोरोना पॉजिटिव
- रविवार की देर रात जिला एवं सत्र न्यायालय के 8 कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट आई है पॉजिटिव.
- कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद 21 अगस्त तक के लिए सील किया गया कोर्ट.
- जिला कोर्ट में कार्यरत सभी कर्मचारियों और उनसे मिलने वाले वकीलों को कोरोना जांच के लिए किया गया निर्देशित.
- कोरोना संक्रमण को रोकने कर्मचारियों और उनसे मिलने वाले वकीलों को क्वारंटाइन के लिए किया गया है निर्देशित.
जिला एवं सत्र न्यायालय के आठ कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, DJ और कोर्ट प्रबंधन ने यह फैसला किया है. कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए फिलहाल कोर्ट पूरी तरह बंद हैं. ऐसे में जज और ADJ अपने घर से ही जमानत और आवश्यक सुनवाई करेंगे, जिसके निर्देश DJ ने दिए हैं.
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बता दें, लेखापाल अजय भटनागर और नाजिर रोहित माहोर की तबियत 10 अगस्त को खराब हो गई थी, जिसके बाद उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था. 12 अगस्त को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई, इसके बाद उनके संपर्क में रहने वाले राजकरण डांगा और राकेश जयसवाल जो उनके सहयोगी क्लर्क हैं उनकी भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. इसके अलावा ADJ कोर्ट में तैनात श्री कृष्ण मांझी रीडर और मनोज कुमार शीघ्रलेखक भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.