ग्वालियर। जिले में लगातार डेंगू का तांडव बढ़ता जा रहा है. हालात ये हो चुके हैं कि रोज दर्जन भर डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. जिले में अभी तक डेंगू के मरीजों की संख्या 300 के पार चुकी है. वहीं डेंगू के कारण 2 बच्चे सहित तीन मरीजों की मौत हो चुकी है. लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों के चलते अब स्वास्थ विभाग ने जिला अस्पताल में अलग से डेंगू के मरीजों के लिए वार्ड बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके साथ ही शहर में 3 दर्जन से अधिक ऐसी कॉलोनिया हैं. जो डेंगू के लिए हॉटस्पॉट बन रही है, यहां पर लगातार डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि हर साल की भांति डेंगू के मरीजों की संख्या अभी कंट्रोल में है. (gwalior dengue case) (how many dengue patients in gwalior) (three patients died of dengue in gwalior) (dengue patients increase in gwalior)
300 के पार हुई डेंगू मरीजों की संख्या: ग्वालियर जिले में जैसे ही सर्दियों की शुरुआत होती है, वैसे ही यहां पर डेंगू का डंक लोगों के लिए आफत बन कर सामने आता है. यही हालात अबकी बार देखने को मिल रहे हैं. दीपावली तक जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 300 के पार हो चुकी है. वहीं अभी तक डेंगू के 3 मरीजों ने दम तोड़ दिया है. हालात यह हो चुके हैं, अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में डेंगू के मरीजों के बाद फुल हो चुके हैं. इसी के चलते अब जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. संभावना जताई जा रही है कि डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में अब की बार पिछले साल का रिकॉर्ड टूट सकता है.
लगातार फॉगिंग करा रही स्वास्थ्य विभाग की टीम: गौरतलब है कि पिछले साल डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 2700 के पार हो चुका था. इसको लेकर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष शर्मा का कहना है. जिले में पिछले साल की तरह डेंगू लगाता तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन उसको कंट्रोल करने के लिए स्वास्थ विभाग की टीम और नगर निगम की टीम लगी हुई है. जिले में जो कॉलोनी डेंगू हॉटस्पॉट बनी हुई है उनमें लगातार फॉगिंग की जा रही है. साथ ही लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा लार्वा का सर्वे किया जा रहा है. (gwalior dengue case) (how many dengue patients in gwalior) (three patients died of dengue in gwalior) (dengue patients increase in gwalior)
मध्य प्रदेश में डेंगू को लेकर अलर्ट: एमपी के हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक हालात काफी क्रिटिकल हैं. प्रदेश के मलेरिया नियंत्रण अधिकारी डॉ हिमांशु जायसवार ने कहा कि इस साल अभी तक एमपी में डेंगू के कम से कम 1,595 मामले सामने आए हैं. हालांकि यह पिछले साल के संक्रमण के मुकाबले काफी कम है. डॉ हिमांशु जायसवार ने कहा कि 2021 में, राज्य में इसी अवधि के दौरान डेंगू के 10,102 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल 21,000 से अधिक परीक्षण किए गए और 1,595 मामलों का पता चला.
लोगों के लिए क्या है निर्देश: मलेरिया नियंत्रण अधिकारी के मुताबिक राज्य में डेंगू के लार्वा के लिए 79 लाख से अधिक घरों में सर्वेक्षण किया गया और मच्छरों (एडीज इजिप्टी) को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार परीक्षण, उपचार और एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार, डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों का पता लगाने के लिए एलिसा परीक्षण करने के लिए 64 केंद्रों को नामित किया गया था और लोगों में जागरूकता फैलाकर इसके स्रोत पर डेंगू के लार्वा को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है.