ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में हत्यारों के शौकीनों को लाइसेंस पाने के लिए अब खुद जिला प्रशासन लोगों को प्रेरित कर रहा है. ग्वालियर कलेक्टर ने एक ऑफर दिया है, जिसमें अगर कोई भी व्यक्ति तालाब खुदवाने में मदद करेगा या खोदेगा, उसे बंदूक का लाइसेंस मिलेगा. यह कवायद आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिले में 100 तालाब खुदवाने के लिए की जा रही है. ऐसा करने से जल्द से जल्द टारगेट पूरा हो जाएगा. (gun license in gwalior)
टारगेट पूरा करने के लिए किया नवाचारः तालाब खुदवाने में सहयोग करने वाले और लाइसेंस लेने वालों लोगों को मंगलवार और बुधवार में कलेक्ट्रेट में अपना नाम दर्ज कराना होगा. 2 दिन तक नाम लेने के बाद और नाम नहीं लिए जाएंगे. अमृत महोत्सव में मध्यप्रदेश में 5352 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जाएगा. यह कार्य आगामी 1 वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 51 जिलों में अमृत सरोवर बनाने का ऐलान किया है. अमृत सरोवर निर्माण का शुभारंभ हाल ही में राज्य स्तरीय जलाभिषेक अभियान में किया गया. (amrut sarovar target in gwalior)
एमपी में लाइसेंस का खुलेआम ऑफरः इस अभियान और कलेक्टर के फैसले को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार आरोप लगा रही है. कांग्रेस का आरोप है कि वैसे भी ग्वालियर चंबल अंचल में हथियारों की संख्या ज्यादा होने के कारण लगातार घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा खुलेआम लाइसेंस का ऑफर दिया जाना यह साबित करता है कि खुद सरकार और जिला प्रशासन अपने टारगेट को पूरा करने के लिए लोगों की जान जोखिम में डाल रही हैं. (gwalior collector initiative for amrut sarovar)
ग्वालियर चंबल संभाग में हथियारों का शौक सबसे ज्यादा है. यही कारण है कि ग्वालियर प्रदेश में हथियार के लाइसेंसों की संख्या में सबसे अव्वल है. जिले में हथियार लाइसेंस की संख्या 34000 के पार हो चुकी है, जो सबसे सर्वाधिक है. जिला प्रशासन अब तक कई ऐसे नवाचार कर चुका है, जिसमें खुलेआम लाइसेंसी बंदूकों के लाइसेंस का ऑफर दिये गए हैं. इससे पहले भी 11 पौधे लगाने पर, गायों को कंबल बांटने पर और इसके साथ ही 10 ट्री गार्ड लगाने पर लाइसेंस के लिए ऑफर दिए गए हैं.