ग्वालियर। पैसों के लालच में फर्जी परीक्षार्थी बनने से लोग आज भी बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही मामला शुक्रवार को ग्वालियर के वीआरजी कॉलेज से सामने आया, जहां बीएड परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बनकर सॉल्वर के रूप में बिहार से एक युवक आया था, जिसे गिरफ्तार किया गया है. यह सॉल्वर सुखेंद्र यादव बिहार के ही किसी सुनील महतो के स्थान पर परीक्षा देने आया था, इससे पहले भी 2 फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए गए है. सॉल्वर सुखेंद्र यादव के खिलाफ भी धोखाधड़ी कूट रचित दस्तावेज तैयार करने और परीक्षा अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
फर्जी परीक्षार्थी बन दे रहा था परीक्षा: 3 दिन पहले ही शासकीय विज्ञान महाविद्यालय से बिहार की 1 लड़की को दूसरी युवती के स्थान पर परीक्षा देते हुए झांसी रोड पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस का मानना है कि, बीएड परीक्षाओं में अंतर्राज्यीय सॉल्वर का गिरोह सक्रिय है, इसी वजह से इस मामले की तह तक जाने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच पुलिस को भी इसमें एक्टिवेट किया गया है. ताजा मामला मुरार के वीआरजी कॉलेज का है, यहां सुखेंद्र यादव नामक बिहार के सुपौल के रहने वाले एक युवक को पकड़ा गया है.
फर्जी परीक्षार्थी रैकेट की तलाश में पुलिस: सॉल्वर सुखेंद्र यादव, सुनील महतो बिहार के दरभंगा के स्थान पर परीक्षा देने आया था, लेकिन फोटो मिसमैच और हस्ताक्षर में अंतर होने की वजह से वह पर्यवेक्षक की नजर में आ गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि, वह सुखेंद्र यादव है और सुनील महतो की जगह परीक्षा देने आया है. बीएड की परीक्षाएं दिसंबर 2022 से ही चल रही हैं. इससे पहले झांसी रोड पुलिस ने साइंस कॉलेज से सुचिता कुमारी के स्थान पर परीक्षा देने आई बिहार की पूजा कुमारी और उसके भाई अनिमेष जायसवाल को गिरफ्तार किया था. खास बात ये है कि दोनों ही मामलों में मूल परीक्षार्थी और उनके स्थान पर सॉल्वर बन के आने वाले लोग भी बिहार के ही हैं. मूल परीक्षार्थी फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस को इस पूरे रैकेट में कई लोगों के शामिल होने की आशंका है. इसी वजह से पुलिस ने अब पकड़े गए लोगों से बिहार के अन्य परीक्षार्थियों और सॉल्वर्स के बारे में जानकारी लेना शुरू कर दिया है.