ग्वालियर। लॉकडाउन के बावजूद भी ज्वेलरी के दामों में बढ़ोतरी जारी है. सोने के भाव जहां पिछले डेढ़ महीने में 6000 रुपए प्रति 10 ग्राम बढ़ चुके हैं, तो वहीं चांदी के भावों में उछाल देखा जा रहा है. इसके पीछे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) कारोबारी जिम्मेदार बताए जा रहे हैं.
सोने-चांदी के दामों में आया उछाल
सोने के भाव में प्रति 10 ग्राम में 6000 रुपये की तेजी देखी गई है, तो वहीं चांदी के भाव लॉकडाउन से पहले 37 हजार रुपए प्रति किलो थे, जो इस समय 43 हजार रुपए प्रति किलो बिक रही है. इसके पीछे ऑनलाइन ट्रेडिंग का व्यापार जिम्मेदार है. एमसीएक्स के कारोबारी सोने-चांदी के भाव नियंत्रित कर रहे हैं, ताकि निवेश हो सके. इसमें भी लाइसेंसड एमसीएक्स कारोबारी के अलावा वो कारोबारी भी शामिल हैं जो अवैध तरीके से एमसीएक्स का कारोबार कर रहे हैं.
वायदा कारोबार से बढ़े भाव
अवैध रूप से बाकायदा कारोबार करने वालों को भौतिक तौर पर सोना-चांदी खरीदना नहीं होता है. सिर्फ वायदा कारोबार से वो भावों को बढ़ा रहे हैं. सोना-चांदी कारोबारी मानते हैं कि लॉकडाउन खुलने के बाद हजार रुपए की गिरावट सोने-चांदी में आ सकती है, लेकिन भविष्य में इन दोनों के भाव में तेजी के आसार हैं.
अकेले ग्वालियर में ही एक शादी के के सीजन में करीब 100 करोड़ रुपये का सोने-चांदी का कारोबार होता था, जो इस बार आधा भी नहीं हो सका है. लॉकडाउन के चलते ग्वालियर का सर्राफा कारोबार बेहद प्रभावित हुआ है. अधिकांश शादियां टाल दी गई है., जिससे उन्हें परेशानी हो रही है.
ये हैं बड़े कमोडिटी एक्सचेंज
देश में कई कमोडिटी एक्सचेंज मौजूद हैं. ये सभी एक्सचेंज सेबी से रेगुलेट होते हैं. देश में 6 बड़े कमोडिटी एक्सचेंज हैं. इनमें से नेशनल कमोडिटी एवं डेरेवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स), मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स), इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स), बंबई शेयर बाजार (बीएसई), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) प्रमुख हैं. बीएसई और एनएसई में कुछ समय पहले ही चुनिंदा कमोडिटी में ट्रेडिंग की सुविधा शुरू हुई है.