ग्वालियर। लंबे इंतजार के बाद आज बाबरी मस्जिद को लेकर ऐतिहासिक फैसला आया है. लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत ने सभी 32 आरोपियों को पूरी तरह से बरी कर दिया है. बाबरी मस्जिद विध्वंस की मुख्य आरोपियों में से एक पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया का भी नाम था. फैसला आने के बाद पवैया के परिवार में खुशी का माहौल है. इस मौके पर पूर्व मंत्री के पिता बलवंत सिंह पवैया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के पिता बलवंत सिंह पवैया इस मौके पर भावुक हो गए और उनके आंखों से आंसू निकलने लगे. उनका कहना है कि, संघर्ष बहुत लंबा था, आखिरकार इस लड़ाई में सफलता मिली है. यही वजह है कि, आज सबसे बड़ा खुशी का दिन है. बलवंत सिंह का कहना है कि, आज जब जयभान सिंह पवैया कोर्ट के लिए जा रहे थे, तब उन्होंने कहा कि, इस फैसले में मुझे सजा भी हो सकती है. उस समय मैं और मेरा पूरा परिवार काफी दुखी था, लेकिन हमें प्रभु श्रीराम पर पूरा भरोसा था, आज प्रभु श्री राम ने इस लंबी लड़ाई में सभी को जीत दिलाई है. वहीं जयभान सिंह पवैया के भाई उदयभान सिंह पवैया भी इस फैसले से काफी खुशी हैं.
बता दें कि अयोध्या में 28 साल पहले 6 दिसंबर 1992 में विवादित ढांचा ढहाए जाने के आपराधिक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने आज फैसला सुनाया. कोर्ट ने इस मामले में मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया सहित 32 को बरी कर दिया. जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि, सीबीआई की तरफ से पेश किए गए सबूत मजबूत नहीं थे. बाबरी विध्वंस की घटना अचानक से ही हुई थी, यह पूर्व नियोजित नहीं थी. इसलिए सभी को बरी कर दिया गया है.