ग्वालियर। शारदेय नवरात्रि में 9 दिन तक चलने वाले पर्व की शुरुआत शनिवार से हो गई, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण माता मंदिरों पर इसका असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. कोरोना के कहर के चलते सिर्फ 25 फ़ीसदी ही श्रद्धालुओं को मंदिर में एंट्री मिल रही है,
शहर के प्रसिद्ध मांढरे की माता का मंदिर करीब 140 साल पुराना है. सिंधिया रियासत के तत्कालीन कर्नल आनंद राव मांढरे ने अपनी कुलदेवी की याद में सिंधिया राजवंश की मदद से इस मंदिर का पहाड़ी पर निर्माण कराया था. तब से यह मंदिर सिद्ध पीठों में गिना जाता है. यहां आने वाले श्रद्धालु अगर सच्चे मन से फरियाद करे, तो उनकी हर मनोकामना पूरी होती है.