ग्वालियर। मध्य प्रदेश का पहला ड्रोन मेला ग्वालियर में 11 दिसंबर से शुरू हुआ. इसमें डेढ़ लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपए तक के ड्रोन आसमान में उड़े. (Gwalior Drone Mela) मेले में आए ड्रोन किसानों के लिए भी फायदेमंद है. ये ड्रोन खेत में कीटनाशक छिड़काव से लेकर फसल में लगने वाले कीट की जानकारी दे सकता है. बाढ़ या आपदा के समय 20 से 25 किलोमीटर दूर फंसे लोगों की जानकारी जुटा सकता है. सीमा पर जवान हो या खेत में किसान सभी के लिए ये ड्रोन किसी चमत्कार से कम नहीं है.
कई ड्रोन ऐसे भी है जो देश की सुरक्षा में महत्वपुर्ण भुमिका निभा सकते है. (Drone Fair Organized in Madhya Pradesh) ये ड्रोन देश की सीमाओं पर जमीन से लेकर आकाश तक पर नजर रखने में सक्षम है. जीरो डिग्री तापमान में भी आसानी से अपना काम कर सकते है. इनमें लगे हाई मेगा पिक्सल कैमरे की मदद से दूर-दूर तक देखा जा सकता है. ऐसे ड्रोन को सर्विलांस ड्रोन नाम दिया गया है. यह किसी खुफिया एजेंड की तरह बेहद गोपनीय होकर सटीक काम कर सकते हैं.
जानिए मेले में आए तरह-तरह के ड्रोन की विशेषता...
1. हाई ब्रीड ड्रोन: किसानों और जिला प्रशासन के लिए फायदेमंद
ड्रोन मेले में हाईब्रीड ड्रोन का प्रेजेंटेशन किया गया. कंपनी के CEO ने बताया कि हमारी कंपनी ड्रोन बनाने के साथ ही इसे स्तेमाल करने की ट्रेनिंग भी देती है. सीईओ के अनुसार, इसमें चार पंखे लगे होने के कारण से इसे स्काई स्टार नाम भी दिया गया है. चार पंखों की मदद से यह आकाश में उड़ता है और एक निश्चित ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह जहाज की तरह उड़ने लगता है.
यह एक बार में 75 से 80 मिनट तक उड़ सकता है. यह ड्रोन सर्वे मैपिंग के लिए सबसे शानदार उपकरण है. इसके कैमरे पर सेंसर लगाने से यह फसल में लगे कीट को भी डिटेक्ट कर लेता है. इससे फसल खराब होने से बचाई जा सकती है. ये ड्रोन 40 से 50 किलोमीटर के एरिया में मूव कर सकता है. कंपनी ने इसकी कीमत साढ़े 12 लाख से 25 लाख रुपए तक तय की है.
2. सर्विलांस ड्रोन: सीमा और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रखेगा नजर
मुंबई की कंपनी ने यह सर्विलांस ड्रोन तैयार किया है. कंपनी के CEO ने इस ड्रोन का प्रदर्शन ड्रोन मेले में किया. सीईओ ने बताया कि यह ड्रोन भारतीय सेना के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है. यह ड्रोन 2 से ढाई घंटे तक आकाश में आसानी से उड़ सकता है. इसकी विशेषता यह है कि इसमें हाई मेगा पिक्सल के दो कैमरे लगे हैं.
इनका इस्तेमाल बॉर्डर या नक्सल प्रभावित या अन्य संवेदनशील स्पॉट पर निगरानी के लिए किया जा सकता है. यह ड्रोन 30 से 35 KM के एरिया में जा सकते हैं. सीईओ का कहना है कि इस ड्रोन की किमत सभी एसेसरीज मिलाकर 1 से 1.5 करोड़ रुपए रखी है.
3. मैपिंग ड्रोन: 5.5 लाख का ड्रोन सरकारी काम में बटाएगा हाथ
ड्रोन का निर्माण करने वाली कंपनी डायरेक्टर के अनुसार, मैपिंग ड्रोन काफी कमाल का ड्रोन है. यह आम आदमी की रेंज का ड्रोन है. इसका वजन 3 किलो है और यह 1 से डेढ़ किलो वजन उठा सकता है. 35 से 40 मिनट तक आसमान में बिना रुके उड़ सकता है. इसमें 42 मेगा पिक्सल हाई जूम कैमरा है. इससे मैपिंग की जा सकती है. यह भी शासकीय कार्य में उपयोग होने वाला ड्रोन है. इसकी कीमत साढ़े पांच लाख रुपए है.
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4. एग्रीकल्चर ड्रोन: किसानों के लिए फायदेमंद है ये ड्रोन
गुजरात की कंपनी ने इसे तैयार किया है. कंपनी के CEO ने बताया कि ड्रोन एग्रीकल्चर बेस्ड है. यह ड्रोन 20 मिनट में लगभग 3 एकड़ जमीन पर कीटनाशक का छिड़काव कर सकता है. किसानों को कीटनाशक छिड़काव के दौरान कई तरह के रोग हो जाते हैं, ड्रोन की मदद से इनसे बचा जा सकेगा और कीटनाशक भी कम बर्बाद होगा.
यह 50 किलोमीटर की रेंज में उड़ सकता है. इसमें भी हाई मेगा पिक्सल कैमरे लगे होते हैं. यह 15 से 20 किलो वजन लेकर उड़ सकता है. इस ड्रोन की कीमत 4 लाख रुपए से लेकर 18 लाख रुपए तक है.
5. मेडिकल ड्रोन: मेडिकल इमरजेंसी में सहायक उपकरण
मेले में मेडिकल ड्रोन भी आया है. यह आपात काल में मेडिकल किट (दवाओं) को 50 किलोमीटर दूर तक पहुंचा सकता है. यह किसी भी तापमान में उड़ने में सक्षम है. यह ड्रोन 16 से 18 किलो वजन उठाकर उड़ सकता है. कंपनी के CEO के अनुसार, यह ड्रोन आपदा में मेडिकल सामग्री पहुंचाने में अहम योगदान दे सकता है. इसकी कीमत प्रारंभिक तौर पर 25 लाख रुपए है. इसमें हाई मेगा पिक्सल कैमरे लगे हैं. यह करीब 2 घंटे तक हवा में उड़ सकता है.