ग्वालियरः हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने जयारोग्य अस्पताल की सफाई व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है. हाई कोर्ट का मानना है कि यदि सरकार इस अंचल के सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं और संचालन नहीं संभाल पा रही है तो क्यों न इसे निजी हाथों में दे दिया जाए.
दरअसल, एक महिला नागरिक ने ग्वालियर की हाईकोर्ट बेंच में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि जयारोग्य अस्पताल समूह के विभिन्न हॉस्पिटलों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है. यहां लाखों रुपये हर महीने सफाई पर खर्च किये जाते हैं. इसके बावजूद सफाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं की जा रही हैं.
हाई कोर्ट ने कहा कि अस्पताल के संचालन के लिए ऑटोनॉमस बॉडी है. सरकार से इस अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाली जा रही हैं तो क्यों न इसका निजीकरण कर दें. बता दें कि सफाई व्यवस्था पर हाईकोर्ट में सरकार की तरफ से जो रिपोर्ट पेश की गई थी, वह भी झूठी निकली.
बता दें कि अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी को हाई कोर्ट के निर्देश पर निरीक्षण करने के आदेश दिए गए थे. उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में भी कई जगहों पर गंदगी पाई गई है. अब कोर्ट ने सरकार को दो हफ्ते का समय दिया है, जिसमें सरकार को बताना होगा कि वे किस तरह से अस्पताल की व्यवस्था सुधारेगी.