ETV Bharat / state

जयारोग्य अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर हाई कोर्ट की नाराजगी, कही निजी हाथों में देने की बात - hygine

सरकार से जयारोग्य अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाली जा रही हैं तो क्यों न इसका निजीकरण कर दें. बता दें कि सफाई व्यवस्था पर हाईकोर्ट में सरकार की तरफ से जो रिपोर्ट पेश की गई थी, वह भी झूठी निकली.

ग्वालियर
author img

By

Published : Mar 6, 2019, 10:52 PM IST

ग्वालियरः हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने जयारोग्य अस्पताल की सफाई व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है. हाई कोर्ट का मानना है कि यदि सरकार इस अंचल के सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं और संचालन नहीं संभाल पा रही है तो क्यों न इसे निजी हाथों में दे दिया जाए.


दरअसल, एक महिला नागरिक ने ग्वालियर की हाईकोर्ट बेंच में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि जयारोग्य अस्पताल समूह के विभिन्न हॉस्पिटलों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है. यहां लाखों रुपये हर महीने सफाई पर खर्च किये जाते हैं. इसके बावजूद सफाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं की जा रही हैं.

ग्वालियर


हाई कोर्ट ने कहा कि अस्पताल के संचालन के लिए ऑटोनॉमस बॉडी है. सरकार से इस अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाली जा रही हैं तो क्यों न इसका निजीकरण कर दें. बता दें कि सफाई व्यवस्था पर हाईकोर्ट में सरकार की तरफ से जो रिपोर्ट पेश की गई थी, वह भी झूठी निकली.


बता दें कि अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी को हाई कोर्ट के निर्देश पर निरीक्षण करने के आदेश दिए गए थे. उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में भी कई जगहों पर गंदगी पाई गई है. अब कोर्ट ने सरकार को दो हफ्ते का समय दिया है, जिसमें सरकार को बताना होगा कि वे किस तरह से अस्पताल की व्यवस्था सुधारेगी.

ग्वालियरः हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने जयारोग्य अस्पताल की सफाई व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है. हाई कोर्ट का मानना है कि यदि सरकार इस अंचल के सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं और संचालन नहीं संभाल पा रही है तो क्यों न इसे निजी हाथों में दे दिया जाए.


दरअसल, एक महिला नागरिक ने ग्वालियर की हाईकोर्ट बेंच में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि जयारोग्य अस्पताल समूह के विभिन्न हॉस्पिटलों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है. यहां लाखों रुपये हर महीने सफाई पर खर्च किये जाते हैं. इसके बावजूद सफाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं की जा रही हैं.

ग्वालियर


हाई कोर्ट ने कहा कि अस्पताल के संचालन के लिए ऑटोनॉमस बॉडी है. सरकार से इस अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाली जा रही हैं तो क्यों न इसका निजीकरण कर दें. बता दें कि सफाई व्यवस्था पर हाईकोर्ट में सरकार की तरफ से जो रिपोर्ट पेश की गई थी, वह भी झूठी निकली.


बता दें कि अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी को हाई कोर्ट के निर्देश पर निरीक्षण करने के आदेश दिए गए थे. उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में भी कई जगहों पर गंदगी पाई गई है. अब कोर्ट ने सरकार को दो हफ्ते का समय दिया है, जिसमें सरकार को बताना होगा कि वे किस तरह से अस्पताल की व्यवस्था सुधारेगी.

Intro:ग्वालियर
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने जयारोग्य अस्पताल समूह की सफाई व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। हाई कोर्ट का मानना है कि यदि सरकार इस अंचल के सबसे बड़े सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं और संचालन नहीं संभाल पा रही है तो क्यों ना इसे निजी हाथों में दे दिया जाए।


Body:दरअसल एक महिला नागरिक ने ग्वालियर की हाई कोर्ट बेंच में एक जनहित याचिका दायर की है जिसमें कहा गया है कि जयारोग्य अस्पताल समूह के विभिन्न हॉस्पिटल में सफाई व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है। कहने को यहां लाखों रुपए का सफाई का हर महीने का ठेका है। लेकिन बावजूद इसके सफाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं की जा रही है। हाई कोर्ट ने कहा कि अस्पताल के संचालन के लिए ऑटोनॉमस बॉडी है और सरकार से इस अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाली जा रही है तो क्यों ना इसका निजीकरण कर दें। खास बात यह है कि सफाई व्यवस्था को लेकर हाई कोर्ट में जो सरकार की तरफ से रिपोर्ट पेश की गई वह भी झूठी निकली।


Conclusion:इसके मद्देनजर अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी को हाई कोर्ट के निर्देश पर निरीक्षण करने के आदेश दिए गए थे। उन्होंने भी कमलाराजा अस्पताल ट्रामा सेंटर केजुअल्टी वार्ड आदि स्थानों पर गंदगी देखी और अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंप दी। अस्पताल में मिस मैनेजमेंट के कारण कई समस्याएं देखने को मिली। कोर्ट का मानना है कि अस्पताल में निम्न मध्यमवर्गीय और गरीब तबका ही आता है। इसलिए वहां व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए ।अब कोर्ट से सरकार के निवेदन पर 2 हफ्ते का समय मांगा गया है जिसमें सरकार को बताना होगा कि वह किस तरह से अस्पताल की व्यवस्था में सुधारेगी।
बाइट सौरव पाराशर याचिका कर्ता के अधिवक्ता हाई कोर्ट ग्वालियर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.