ग्वालियर। चंबल अंचल में अब संगीन अपराधों (Serious Crime in Gwalior Chambal Zone) का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ रहा है. देखने मे आ रहा है कि इन संगीन अपराधों में सबसे अधिक अंचल की युवा शामिल है. लेकिन आंकड़ों में सबसे हैरान करने वाली यह बात सामने आई है कि महंगे शौक और नशे की लत के कारण युवा अपराधों (Crimes to Satisfy Expensive Hobbies and Addictions) की तरफ कदम रख रहे हैं. अंचल में होने वाले हर तीसरे अपराध में युवा शामिल है.
इनमें हथियार की तस्करी, नशे का कारोबार, लूट और हत्या जैसे संगीन अपराध शामिल है. अंचल के युवा अपने शौक पूरे करने के लिए गलत रास्ते पर कदम रख रहे हैं. पुलिस अधिकारियों की माने तो अपराधों में युवाओं की भागीदारी को काबू करने के लिए समाज में जागरूकता लानी होगी. खासकर माता-पिता को बच्चे की हर गतिविधि पर नजर रखना जरूरी है.
बेरोजगारी भी है बढ़ते अपराधों का कारण
वैसे तो ग्वालियर चंबल अंचल शुरू से ही अपराधों का गढ़ रहा है. यही वजह है 70 के दशक से लेकर अब तक यहां संगीन अपराध होते रहते हैं. लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह सामने आ रही है कि अंचल के साथ-साथ देश भर में होने वाले संगीन अपराधों में ग्वालियर के युवा शामिल हो रहे हैं. (Crime Report Card)
ग्वालियर क्राइम ब्रांच के अधिकारी विजय भदोरिया बताते हैं कि पिछले 2 साल से संगीन अपराधों में युवाओं की भागीदारी सबसे अधिक रही है. इसके कई कारण है, जिसमें बेरोजगारी के साथ-साथ आधुनिकता और दुनिया की चमक उन्हें अपराध की तरफ ले जा रही है. यही वजह है कि युवा इन संगीन अपराधों की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं.
6 महीने में हुए अपराधों में सबसे ज्यादा युवा शामिल
अंचल में पिछले 6 महीने की आंकड़ों को देखा जाए तो ग्वालियर जिले में 100 से अधिक लूट, हत्या, चोरी, स्नेचिंग के मामले दर्ज हुए हैं. जिनमें 70 फीसदी युवा शामिल है. अपराधों में युवाओं ने पुलिस को बताया है कि महंगे शौक और नशे की लत के कारण अपराध की दुनिया में कदम रखा है. इसके साथ ही कुछ आरोपियों ने यह खुलासा भी किया कि शौक को पूरा करने का कोई तरीका समझ में नहीं आया, तो उन्होंने अपराध को अंजाम दे दिया, लेकिन इसका अंजाम क्या होगा यह नहीं सोचा था.
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पकड़े जाने पर आरोपी और उसके परिजन को पछतावा के अलावा कुछ हासिल नहीं हो पाया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराधों में युवाओं की भागीदारी को काबू करने के लिए समाज में जागरूकता लानी होगी. खासकर माता-पिता को बच्चे की हर गतिविधि पर नजर रखना होगा. तब कही जाकर अपराधों में कमी आ सकती है.
मोबाइल बन रहा अपराध का सबसे बड़ा कारण
पुलिस के मुताबिक, युवाओं में अपराध की प्रवृत्ति बढ़ने के पीछे मोबाइल और इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल करना भी सबसे बड़ी वजह है. युवा मोबाइल के माध्यम बहुत कम समय में आज आलीशान जिंदगी के सपने देखता है, जब इन सपनों को पूरा नहीं कर पाता है तो यह अपराध की तरफ कदम रखते हैं. आज की पीढ़ी में यह देखा गया है कि वह जल्द से जल्द अपने सपनों को पूरा करना चाहती है.
परिजनों के नजर रखने से होगा समाधान
युवाओं में यह अपराध की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है, ऐसे में पुलिस अधिकारी भी लगातार चिंतित है. पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अपराध की तरफ बढ़ रही पीढ़ी को रोकने के लिए बच्चों के परिजनों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. खासकर उनके माता-पिता को यह देखना चाहिए कि उनका बेटा क्या कर रहा है, कहां कहां जा रहा है. इसके साथ ही देखना चाहिए कि उनका बेटा इतने महंगे शौक कहां से कर रहा है.
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महंगे शौक, नशे की लत के कारण युवाओं ने किया अपराध
- अभी हाल में ही ग्वालियर पुलिस ने तस्करी करते हुए प्रेमी और प्रेमिका को पकड़ा था. पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि महंगे शौक को पूरा करने के लिए काम करते थे.
- कुछ दिन पहले पुलिस ने दो स्मैक तस्कर दो युवा आरोपियों को पकड़ा था. यह दोनों युवा स्मैक तस्कर पैसा कमाने के लिए बाहर से स्मैक लाकर ग्वालियर मे खपाते थे.
- क्राइम ब्रांच पुलिस ने मुरीद नाम के एक युवा आरोपी को पकड़ा था. यह आरोपी अन्य जिलों से अवैध हथियार की तस्करी कर ग्वालियर में खपाने का काम करता था. जब पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि नशे की लत होने के कारण अपराध की दुनिया में चला आया.
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