ग्वालियर। कोरोना संक्रमण की वजह से रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्योहार पर भी असर पड़ा है. इस महामारी के चलते रक्षाबंधन का पावन पर्व उतनी धूमधाम से नहीं मनाया गया, जितना हर साल मनाया जाता है.
लॉकडाउन के बीच कई बहनों के भाई घर नहीं लौट सके, जिसकी वजह से बहनों ने सोशल मीडिया के जरिए बातचीत की और आरती उतारकर उन्हें सांकेतिक राखी बांधी. दरअसल कोरोना संक्रमण ने चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है. रक्षाबंधन और ईद जैसे त्योहारों पर लॉकडाउन हावी रहा है. इस वजह से बाजार की रौनक भी गायब है. यह पर्व उन बहनों को खासा अखरा है, जिनके भाई बाहर हैं या फिर किसी कारण वश शहर नहीं लौट सके हैं. ऐसे में कुछ बहनों ने भाइयों को सांकेतिक राखी बांधी. उनकी आरती उतारकर मिठाई खिलाई.
कैंसर अस्पताल परिसर क्षेत्र में रहने वाली महिला श्रद्धा पाठक के तीन भाई हैं, जो दिल्ली, बड़वानी और जबलपुर में अपने काम-धंधे के सिलसिले में रह रहे हैं, जिसके बाद बहन ने ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग कर अपने भाइयों की आरती उतारी. उन्हें घर की बनी मिठाई खिलाई और फिर सांकेतिक राखी बांधी.
श्रद्धा पाठक का कहना है कि इस तरह से कभी भी राखी नहीं मनाई गई है. उन्होंने कहा कि ईश्वर करे अगले साल कोरोना वायरस संपूर्ण रूप से विश्व भर से खत्म हो जाए और वह अपने भाइयों के बीच घर में ही रक्षाबंधन का पर्व मनाएं.