नई दिल्ली : बांग्लादेश के दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी शाकिब अल हसन ने अपने देश के लोगों से माफी मांगी है. जुलाई में प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में हुए हालिया प्रोटेस्ट और अशांति के दौरान चुप्पी बनाए रखने के लिए माफी मांगी है. बांग्लादेश में इस हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए.
अब शाकिब ने अपनी उस चुप्पी का पश्चात्ताप करते हुए अपने देश के नागरिकों से माफी मांगी है. वह शेख हसीना सरकार में सांसद भी थे और चुनाव में वहां की जनता द्वारा चुने गए थे. शाकिब ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा भी की थी इतना ही नहीं उन्होंने आखिरी टेस्ट बांग्लादेश में अपनी सरजमीन पर खेलने की इच्छा भी जताई थी.
बांग्लादेश में एक हत्या के मामले में आरोपी बनाए गए शाकिब ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा, 'सबसे पहले, मैं उन सभी छात्रों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया, भेदभाव विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया और लोगों के विद्रोह के दौरान शहीद या घायल हुए.
उन्होंने आगे लिखा, कोई भी बलिदान किसी प्रियजन के नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता है, कोई भी चीज किसी बच्चे या भाई को खोने के नुकसान को नहीं भर सकती है, आप में से जो लोग इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान मेरी चुप्पी से आहत हुए हैं, मैं उनकी भावनाओं का सम्मान करता हूं और ईमानदारी से माफी मांगता हूं. अगर मैं आपकी जगह होता, तो मैं भी परेशान होता.
37 वर्षीय शाकिब पर अशांति के दौरान एक छात्र की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया गया है, लेकिन उस समय शाकिब कनाडा में एक टी20 लीग खेल रहे थे. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के नए अध्यक्ष फारुक अहमद ने बाद में क्रिकेटर के सुरक्षा को मंजूरी देने के अनुरोध को यह कहते हुए कि बीसीबी एक सुरक्षा एजेंसी नहीं है और उसके लिए किसी भी कवर की गारंटी नहीं दे सकती खारिज कर दिया था.
शाकिब की सार्वजनिक माफी से यह सुनिश्चित होने की संभावना है कि उन्हें बांग्लादेश व्हाइट्स में उनके पसंदीदा 'शेर-ए-बांग्ला' स्टेडियम मीरपुर में विदाई मिलेगी. आप सभी जानते हैं कि मैं जल्द ही अपना आखिरी मैच खेलूंगा. मैं आप सभी को अलविदा कहना चाहता हूं. विदाई के क्षण में, मैं उन लोगों से हाथ मिलाना चाहता हूं जिनकी तालियों ने मुझे बेहतर खेलने के लिए प्रेरित किया.
इसके बाद उन्होंने अपने सभी प्रशंसकों से एक भावनात्मक अपील की. 'मैं उन लोगों की आंखों से मिलना चाहता हूं जिन्होंने मेरे अच्छा खेलने पर खुशी मनाई और जिनकी आंखों में आंसू आ गए जब मैं अच्छा नहीं खेला. मुझे विश्वास है कि इस विदाई के क्षण में, आप सभी मेरे साथ होंगे. साथ मिलकर, हम उस कहानी को बंद करेंगे, जो वास्तव में मुझसे नहीं, बल्कि आप सभी से शुरू होती है.