गुवाहाटी : अपनी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न से जुड़े विवाद को लेकर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के कानूनी कदम उठाने की योजना का रविवार को स्वागत करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य सरकार भी कानूनी कार्यवाही शुरू कर रही है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सरमा ने विपक्षी दल को उसकी चुनावी हार की याद दिलाते हुए कहा, ‘‘मैं अपने खिलाफ कानूनी कार्रवाई का तहे दिल से स्वागत करता हूं. दरअसल, असम सरकार भी आज से कानूनी कार्यवाही शुरू कर रही है.’’
गोगोई ने शुक्रवार को भाजपा पर उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि वह उचित कानूनी कदम उठाएंगे. गोगोई ने शनिवार को अपनी पत्नी को असमिया में एक पत्र लिखा, जिसे उन्होंने फेसबुक पर साझा किया और उन्हें आश्वासन दिया कि ‘‘सत्य की जीत होगी.’’
सरमा ने कहा, ‘‘जब तक हम पद पर हैं, हम राष्ट्र की सुरक्षा की शपथ लेने के लिए बाध्य हैं. इसलिए, मैं संबंधित सांसद को भी जल्द से जल्द अदालत जाने की सलाह देता हूं ताकि कम से कम इस मुद्दे पर न्यायिक मंच पर चर्चा हो सके.’’
रमेश ने अपने पोस्ट में 2026 की शुरुआत में होने वाले असम विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि करीब 12 महीनों में राज्य के लोग उन्हें (सरमा) पूर्व मुख्यमंत्री बना देंगे और उनकी पार्टी को विपक्ष में बैठा देंगे. सरमा ने जवाब दिया, ‘‘पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला असम की जनता करेगी, आप नहीं. मैं आपको 2014 के बाद से कांग्रेस को मिली अपमानजनक हार की याद नहीं दिलाना चाहता.’’
सरमा ने गोगोई पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि कांग्रेस सांसद की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान के साथ संबंधों के सिलसिले में मामला दर्ज किया जा सकता है और उसकी जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया जाएगा.
सरमा ने कहा कि ‘‘समूचे समर्थन तंत्र (इकोसिस्टम) और सहानुभूति रखने वालों’ समेत पूरे मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी क्योंकि इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ‘आईएसआई’ ने उस समय मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में घुसपैठ करने का प्रयास तो नहीं किया था, जब गौरव गोगोई के पिता दिवंगत तरुण गोगोई राज्य के मुख्यमंत्री थे.
इन आरोपों पर जवाब देते हुए रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘असम के मुख्यमंत्री और भाजपा ने मेरे सहयोगी गौरव गोगोई को निशाना बनाकर दुष्प्रचार अभियान शुरू किया है. यह सरासर चरित्र हनन का प्रयास है. तुरंत कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है.’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘बदनाम करने वाला यह अभियान इसलिए चलाया जा रहा है क्योंकि गौरव गोगोई ने जून 2024 में जोरहाट लोकसभा सीट जीती थी, जबकि असम के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री जोरहाट में डेरा डाले हुए थे और उनके खिलाफ प्रचार कर रहे थे. ऐसा इसलिए भी किया जा रहा है क्योंकि जोरहाट के सांसद असम के मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार और काले कारनामों को उजागर करने में सबसे आगे रहे हैं.’’
सरमा ने कोलबर्न की नागरिकता का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह इस मुद्दे पर गोगोई पर निशाना साधा था और ‘‘आईएसआई से संबंध, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए पाकिस्तानी दूतावास में ले जाने, तथा पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार करने’’ के आरोपों के बारे में जवाब मांगा था.
सरमा ने यह भी आरोप लगाया था कि गोगोई ने ब्रिटिश नागरिक से विवाह के बाद संसद में संवेदनशील रक्षा मामलों पर सवाल उठाए थे, जिसे विपक्षी नेता ने ‘‘झूठा आरोप’’ करार दिया. भाजपा ने बुधवार को गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और आईएसआई से संबंध होने का आरोप लगाया था, जिसे कांग्रेस नेता ने ‘‘हास्यास्पद और मनोरंजक’’ बताकर खारिज कर दिया था.
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