ग्वालियर। कांग्रेस में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की गुटबाजी का असर कार्यकर्ताओं पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. इसका ताजा उदाहरण ग्वालियर में रविवार को उस समय देखने को मिला जब प्रभारी मंत्री उमंग सिंघार के सामने नेताओं के समर्थक एक दूसरे को भाजपा के दलाल कहकर भिड़ गए और नारेबाजी करने लगे.
मामला ऐसा बिगड़ा कि वरिष्ठ नेताओं की भी एक न सुनी गई, कार्यकर्ता चिल्लाते रहे और कुर्सी वॉर भी शुरू कर दी. आखिरकार पशुपालन मंत्री लाखन सिंह, पूर्व विधायक रामबरन गुर्जर, विधायक प्रवीण पाठक और मुन्ना लाल गोयल किसी तरह मंत्री सिंगार को बचा कर जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के कमरे में ले गए, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.
मामले में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित ने गुटबाजी को दरकिनार करते हुए कहा कि कुछ नए कार्यकर्ता जोश में आकर नारेबाजी कर रहे थे, जिनमें अभी कांग्रेस के संस्कारों की कमी है. बता दें कि उमंग सिंघार ने पिछले दिनों ही दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद से ही दिग्विजय गुट के कार्यकर्ता उनसे नाराज चल रहे हैं.