ग्वालियर। न्यायालयों में ज्यादा अवकाश का मुद्दा उठाते हुए विवेक तन्खा ने कहा है कि सालभर में केवल 200 दिन न्यायालय लगते हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. कम से कम 300 दिन काम होना चाहिए. उन्होंने कहा है कि न्यायालय निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. इसमें इतने ज्यादा अवकाश बंद होना चाहिए.
पूरी कोर्ट वेकेशन पर नहीं जाए : यदि आवश्यक कार्य को लेकर जज छुट्टी पर जाते हैं तो इस पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन पूरी कोर्ट बंद नहीं होना चाहिए. तन्खा ने कहा कि इससे आम लोगों को काफी परेशानी होती है. कोर्ट सिर्फ हॉलीडे पर बंद हो सकती है, लेकिन लेकिन कोर्ट वेकेशन पर नहीं जा सकती है.
बदलना चाहिए ब्रिटिश काल का नियम : कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा द्वारा न्यायालय में ज्यादा अवकाश का मुद्दा राज्यसभा में मुद्दा उठाया गया है. साथ ही उन्होंने विधि मंत्री से कहा है कि इस विषय पर विधि मंत्रालय को संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा है कि न्यायालय में अवकाश ब्रिटिश काल का नियम है, जोकि वर्तमान में उपयुक्त नहीं माना जा सकता.