ग्वालियर। ग्वालियर में बुधवार को कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा प्रवेश कर चुकी है और इस यात्रा की जिम्मेदारी राज्यसभा सांसद विवेक तंखा और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह सहित स्थानीय नेता कमान संभाले रहे हैं. इस जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत झांसी रोड थाना इलाके के विक्की फैक्ट्री से हुई और उसके बाद यह शहर में प्रवेश कर गई. शहर में दौलतगंज, महाराज बाड़ा,सराफा बाजार से होते हुए यह यात्रा शहर के विभिन्न जगहों से निकली जा रही है.
बीजेपी ने अपना आखिरी दांव भी खेला: ग्वालियर में जन आक्रोश यात्रा में शामिल राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि "बीजेपी को पता है कि उनकी सीटें दिन प्रतिदिन कम होती जा रही हैं और अब बीजेपी ने अपना आखिरी दांव भी खेल लिया है जिसमें अपने वरिष्ठ लोगों को जो की सबसे सम्मानित नेता हैं चाहे कैलाश विजयवर्गीय, कुलस्ते जी, प्रहलाद पटेल या नरेंद्र सिंह तोमर सभी विधानसभा से ऊपर उठ चुके हैं और देश के वरिष्ठ लीडर हैं. अब उनको विधानसभा में भेज दिया है, लेकिन यह उनके साथ पार्टी द्वारा किया गया बड़ा अन्याय है. ये लोग इतना आगे बढ़ चुके हैं अब उनको वापस भेज दिया है."
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उन्होंने कहा कि "मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा यह किस राजनीति का पाठ है ये, क्योंकि इस उम्र में विधानसभा का चुनाव लड़ना बेहद कठिन है. यह चुनाव बुजुर्ग वर्सेस युवा बना दिया गया है. भाजपा ने पुराने बुजुर्गों को लाकर मैदान में खड़ा कर दिया है. जैसे कि उनके पास युवा पीढ़ी है ही नहीं और हम युवा पीढ़ी को ढूंढ-ढूंढ कर लायेंगे और चुनाव लड़वाएंगे."
कांग्रेस कम से कम सभी वर्गों के 100 युवा चेहरे उतारेगी : वहीं, तन्खा ने कहा कि "कांग्रेस हाई कमान से भी विचार किया गया है कि चुनाव में कम से कम 100 सभी वर्गों के युवा चेहरे उतारे जाएंगे. मेरा कांग्रेस से आह्वान है यह चुनाव युवा वर्सेस बुजुर्गों का चुनाव है." वहीं पहली बार अपने क्षेत्र दिमनी से चुनाव लड़ रहे नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थन को लेकर तंखा ने कहा कि "यह तो जनता तय करती है किसको समर्थन मिलना है किसको नहीं, लेकिन मेरा आखिरी में यही कहना है कि बुजुर्गों को सामने लाकर आप उनके साथ अन्याय कर रहे हो."