ग्वालियर। सर्दी ने कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. दिसंबर का महीना 2 सप्ताह तक कड़ाके की सर्दी का रहा. सोमवार को न्यूनतम पारा 2.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. ठंड बढ़न से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए, इस सर्दी ने 25 साल पहले का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी और हवा के रुख में आए बदलाव के कारण ग्वालियर-चंबल अंचल में सर्दी जमकर सितम ढा रही है. प्रदेश में सबसे कम ग्वालियर का न्यूनतम तापमान सोमवार तड़के रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग का कहना है कि, इससे पहले 1994 में इस तरह की ढंड पड़ी थी. सुबह 7 बजे घने कोहरे के कारण दृश्यता घटकर सिर्फ 30 मीटर रह गई थी, जो दोपहर बारह बजे 500 मीटर तक हो गई.
कड़ाके की ठंड के चलते जिला प्रशासन ने पहले ही बारह दिनों से स्कूलों को बंद कर दिया है. स्कूलों की छुट्टियां 1 जनवरी तक जारी रहेगी. लेकिन मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि, जनवरी के पहले सप्ताह में अभी सर्दी सितम ढा सकती है, इसलिए छुट्टियों के आगे बढ़ने की बात भी कही जा रही है.