ग्वालियर। आज मुरैना में कृषि कानून के विरोध में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया.इस महापंचायत में पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए है. वहीं हजारों की संख्या में किसान भी खाट महापंचायत में शामिल हुए. जिन्हें खाट पर बैठाया गया. वहीं इस दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कृषि कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन की बात कही.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि किसानों के साथ जो अन्याय हो रहा है. कांग्रेस उनके साथ खड़ी है. यह किसानों के जीवन का सवाल है, केंद्र सरकार ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है. उसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी डटकर सामना करेगी.
इस दौरान पूर्व सीएम से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के गृह जिले में उनको घेरने की कोशिश कर रही है तो इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा कि जिस केंद्रीय मंत्री को एक साधारण सा गरीब किसान समझ नहीं आता तो इसमें कुछ कहने लायक नहीं है.
बता दें केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस ने इस खाट महापंचायत का आयोजन किया था. जिसको लेकर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा था कि इस महापंचायत के जरिए कृषि कानून के विरोध में किसानों के साथ बैठकर रणनीति तैयार की जाएगी. चूंकि यह किसानों की महापंचायत है, इसलिए इसे देसी स्टाइल में करने का फैसला लिया गया. महापंचायत में खाट के साथ-साथ हुक्का भी आनंद लिया गया.
मुरैना की खाट महापंचायत के बाद होगा राजभवन का घेराव
कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस लंबे समय से चरणबद्ध आंदोलन कर रही है. इस सिलसिले में जहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अलग-अलग इलाकों में हो रही ट्रैक्टर रैली में शामिल हो रहे हैं तो आज मुरैना में हो रही किसान खाट महापंचायत में कमलनाथ सहित तमाम कांग्रेसी दिग्गजों शामिल हुए. इसके बाद 23 जनवरी को राजधानी भोपाल में राजभवन का घेराव किया जाना है. राजभवन के घेराव के बाद 24 जनवरी को इंदौर में भी विशाल आंदोलन होने वाला है.
मध्यप्रदेश में पहली बार हो रही है खाट पंचायत
खाट पंचायत मध्य प्रदेश में पहली बार देखने को मिला, जिसमें खाटों पर बैठकर किसानों से चर्चा की गई. यही वजह है कि यहां पंचायत इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है. इस महापंचायत में केंद्र सरकार को घेरने के लिए किसानों के साथ कांग्रेस रणनीति तैयार की गई. उसके बाद 26 जनवरी को ट्रैक्टर ट्रॉली के जरिए कांग्रेस के तमाम बड़े नेता किसानों के साथ दिल्ली के लिए कूच करेंगे.