ग्वालियर। ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक के भाई प्रशांत पाठक सहित उनके दर्जन भर से ज्यादा लोगों पर एक भाजपा कार्यकर्ता को अवैध विरोध में रखने, मारपीट करने और छीना झपटी करने का मुकदमा माधवगंज थाने में दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है. भाजपा कार्यकर्ता पिंटू उर्फ राघवेंद्र जाट की शिकायत पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है.
वहीं, ग्वालियर दक्षिण के कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने इसे द्वेष पूर्ण कार्रवाई बताया है. उनका कहना कि भाजपा के लोग रात के अंधेरे में मतदाताओं को पैसे और शराब बांट रहे थे. पुलिस को बार-बार इसकी जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. तब उनके कार्यकर्ताओं में ऐसे लोगों को पकड़ा है और उन्हें पुलिस थाने में छोड़ा है.
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प्रवीण पाठक का यह भी कहना कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के इशारे पर भाजपा प्रत्याशी नारायण सिंह कुशवाह को फायदा पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है. लेकिन वह अपने मतदाताओं पर भरोसा करते हैं और 3 दिसंबर को वो भारी बहुमत से विजय होंगे. उन्होंने ग्वालियर पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल और अन्य अधिकारियों पर बीजेपी के नेताओं के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है.
बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला: राजगढ़ जिले के ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को संपन्न हुए मतदान के दौरान कई घटनाएं देखने को मिली है. जिनमे से एक घटना, भाजपा जिला महामंत्री और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करना भी शामिल है. जिसमें ब्यावरा देहात थाना पुलिस ने एक दर्जन से अधिक आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बहादुरपुरा गांव के रास्ते पर भाजपा के जिला महामंत्री अमित शर्मा और कार्यकर्ताओ पर एक दर्जन से अधिक लोगो के द्वारा हमला किया गया था.
जिसमें अमित शर्मा का हाथ फ्रैक्चर हुआ और कार्यकर्ताओ को भी गंभीर चोट आई थी. वहीं, पुलिस के द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार फरियादी अमित शर्मा ने शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार दोपहर 01 बजे के लगभग मैं और मेरे साथी विशाल तंवर, राजेन्द्र पवार, आशू खटीक, सोम खटीक, प्रदीप शिवहरे, अक्षत समाधिया, बंटी गुर्जर, और उदय खस के साथ अपनी अपनी मोटर साइकिलों से ग्राम भूरा से बहादुरपुरा होते हुऐ ब्यावरा आ रहे थे.
"बहादुरपुरा स्कूल के आगे पहुंचे तो सामने से आ रही गाड़ियों से अंकित, पवन, श्रीओम, भरत, महेश, रामेश्वर, गोपाल, विष्णू, अमृत दांगी और उनके साथ 4 से 5 आदमी और थे. सभी उतरे और एक होकर हमारा रास्ता रोककर अपशब्द बोलने लगे. उन्होंने कहा कि इन लोगो को लेकर तू हमारे गांव में घुसा कैसे और अमृत दांगी ऊर्फ चाचा ने मुझे जान से मारने की नियत से लाठी में लगी फर्सी से मेरे सिर पर वार किया, जो मेरे दाहिने कान के ऊपर लगी. मैं वही जमीन पर गिर पड़ा. अंकित और पवन दांगी ने लाठियों से मेरे साथ मारपीट की."
"जिससे मुझे दोनों हाथ पैर और पीठ में चोट लगी, मुझे बचाने आए विशाल व आशू खटीक, सोम खटीक, राजेन्द्र अक्षय के साथ श्रीओम, भरत, महेश, रामेश्वर, गोपाल, और विष्णू ने लाठियों से मारपीट की और बोले की अब गांव में घुसे तो जान से खत्म कर देंगे."