ग्वालियर। कोरोना संक्रमण ने पूरे देश में तांडव मचा दिया हैं, लेकिन इस महामारी में कई लोग ऐसे हैं, जो आपदा में अवसर तलाश रहे हैं. ग्वालियर पुलिस ने चेकिंग के दौरान एंबुलेंस को पकड़ लिया. पुलिस ने जब एंबुलेंस को देखा, तो इसमें सवारियां बैठी हुई थी. यह जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस श्योपुर जिले की बताई जा रही हैं.
पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस को रोककर स्वास्थ्य अधिकारियों को मौके पर बुलाया. जब ड्राइवर से पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि वह दो दिन पहले श्योपुर जिले से किसी मरीज को लेकर ग्वालियर आया था. उसके बाद शहर में सवारियों को छोड़ रहा था. फिलहाल जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस चालक की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को कर दी गई हैं.
आपदा में भी अवसर तलाश रहे एंबुलेंस चालक
कोरोना से हुई मौत के बाद मृतकों का शव उठाने के लिए एंबुलेंस मिलना मुश्किल होता जा रहा हैं. यही वजह है कि मॉर्च्यूरी में मृतकों के शवों को ले जाने में परिजनों को तीन से 4 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा हैं. दूसरी तरफ एंबुलेंस चालक आपदा में अवसर तलाश रहे हैं. अभी हाल में ही मध्य प्रदेश सरकार ने एंबुलेंस की दरें फिक्स कर दी थी.
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दो पैसे के लालच में एंबुलेंस चालक सवारियों को छोड़ने का करते हैं काम
दो पैसे के लालच में एंबुलेंस चालक मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हैं. अगर मरीज के पास एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची हैं, तो उसकी जान भी जा सकती हैं. यही वजह है कि एंबुलेंस चालक लालच में सवारियों को बैठा लेते हैं. अधिकारियों को ऐसी कई शिकायतें मिलती हैं, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती हैं.
नोडल अधिकारी के नरवरिया ने क्या कहा ?
नोडल अधिकारी के नरवरिया ने कहा कि जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस चालक श्योपुर जिले से किसी मरीज को लेकर ग्वालियर आया था. इसके बाद कुछ सवारियों को छोड़ रहा था.