गना। जिले के रुठियाई इलाके में आने वाले धरनावदा थाना पुलिस ने 20 साल से मारपीट के आरोप में फरार चल रहे दो भाइयों को अरेस्ट किया है. बता दें कि दोनों पर पुलिस ने धारा 341, 323 के तहत केस दर्ज किया था और बाद में 10 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था. लेकिन घुमक्कड़ जाति से संबंध रखने के कारण वे तब से लेकर अब तक एक शहर से दूसरे शहर में रोजी-रोटी कमाते और खाते रहे और पुलिस पकड़ से दूर रहे.
ये है पूरा मामला
साल 1998 में धाननखेड़ी में सपेरा जाति के दो भाई रमेश और बृजेश ने मामूली विवाद में एक युवक के साथ मारपीट कर दी और रिपोर्ट होने से उनके खिलाफ मारपीट का मुकद्दमा दर्ज हो गया, करीब तीन साल तक जब दोनों आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगे, तो पहले न्यायालय ने वारंट जारी किया और बाद में पुलिस अधीक्षक गुना ने साल 2011 में उन पर 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया, दोनों ही आरोपी सपेरा जाति के होने का फायदा उठाकर कभी विदिशा, तो कभी अन्य जिलों में अपने डेरों के साथ घूमते रहे, कुछ दिन पहले इनका डेरा दोबारा रुठियाई क्षेत्र में पहुंचा, तभी पुलिस को शक हुआ, वारंट खंगाला गया और दोनों भाइयों से पूछताछ की गई, तो पूरा मामला साफ हो गया, अपराध भले ही 20 साल पुराना था, लेकिन दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि पुलिस अभी उस फरियादी को भी ढूंढ रही है, जिसने रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
जबलपुर: लाखों की ठगी का आरोपी दो साल बाद गिरफ्तार
कानून के लंबे हाथ से नहीं बच सकता कोई
वैसे अपराध करने के बाद दोनों भाई अगर पकड़े जाते तो अब तक सजा काट चुके होते लेकिन दोनों की गिरफ्तारी से एक बार फिर सिद्ध हो गया है कि अपराधी समय की आड़ लेकर अपने अपराध की सजा को कुछ समय के लिए टाल सकते हैं लेकिन बच नहीं सकते, अब देखना होगा कि कोर्ट इन दोनों को क्या सजा सुनाता है.