गुना। मध्यप्रदेश में गुना से भाजपा सांसद केपी यादव के शिवराज सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया को मूर्ख बताने पर संगठन ने सख्त रुख अपनाया है. मंगलवार को सांसद केपी यादव को भोपाल स्थिति बीजेपी कार्यालय में तलब किया गया. उन्हें प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महासचिव हितानंद शर्मा ने मुख्यालय आने को कहा था. जिसके बाद सांसद केपी यादव दोपहर बाद बीजेपी मुख्यालय पहुंचे जहां प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महासचिव और सांसद के बीच बंद कमरे में लगभग 1 घंटे तक बातचीत हुई.
सांसद ने शिवराज के मंत्री को कहा था मूर्ख
सांसद केपी यादव ने कहा था कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना अकबर से करना सही नहीं है. पार्टी ने सिसोदिया को बीजेपी में शामिल कर गलती कर दी है, जबकि उन्होंने महेंद्र सिंह सिसोदिया को मंत्री को मूर्ख तक कह दिया था. उनके इस बयान के बाद मामला गर्मा गया था. गुना से बीजेपी सांसद केपी यादव और मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के बीच हुई बयानबाजी के बाद सांसद केपी यादव बीजेपी मुख्यालय तलब किया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच हो रही आपसी बयानबाजी और खींचतान से पार्टी की किरकिरी हो रही है, जिसके चलते सांसद को पार्टी प्रदेश हाईकमान ने मिलने के लिए मुख्यालय बुलाया गया.
यह था पूरा मामला: गुना संसदीय क्षेत्र से 2019 के लोकसभा चुनाव में यादव ने वर्तमान के केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को शिकस्त दी थी. सिंधिया उसके बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. वही राज्य सरकार के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया की पहचान सिंधिया समर्थक मंत्री के तौर पर है. वह गुना से सिंधिया की हार को लेकर कई बार सार्वजनिक तौर माफी मांग चुके हैं. सिंधिया की मौजूदगी में तो यहां तक कह चुके है कि गुना की जनता से गलती हुई थी, इस गलती को माफ करें. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना अकबर से भी की थी. इसी बयान को लेकर केपी यादव ने उन्हें मूर्ख कहा था.
केपी यादव ने यह कहा था: सिसौदिया के बयान पर यादव ने कहा है कि
मुझे मजबूर होकर कहना पड़ रहा है कि वे मूर्ख हैं. वे सीनियर मंत्री हैं, फिर भी मुझे ऐसा कहना पड़ रहा है. वह इस तरह के जब स्टेटमेंट देते हैं, तो सुनकर वाकई में एक-एक कार्यकर्ता को लगने लगा है कि वर्ष 2020 में जरुर हमारी पार्टी से कोई गलती हुई है. ऐसे लोगों को, जिनको भाजपा की रीति-नीति के बारे में नहीं पता, जिन्हें भाजपा के महापुरुषों के बारे में नहीं पता. जिन्हें हमारे देश के प्रधानमंत्री के बारे में नहीं पता कि उनकी तुलना किससे की जाए, ऐसे व्यक्तियों को भाजपा में लेना, शायद हमारी गलती थी.
केपी यादव, सांसद, बीजेपी