डिंडौरी। सरपंच महिला के पति प्रीतम सिंह की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों का ऐसा गुस्सा फूटा की उन्होंने बीच बाजार में काले झंडे लेकर जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच का पति अपने फायदे के लिए गांव की निस्तार भूमि पर महिला को कब्जा दिलवा रहा है, जिसका ग्रामीणों ने विरोध कर महिला का कच्चा घर तोड़ दिया था.
सरपंच के पति और महिला की शिकायत पर समनापुर पुलिस ने 10 से ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की है, जिसके बाद गांव में प्रीतम सिंह के खिलाफ विरोध और भी ज्यादा बढ़ गया है.
दरअसल पूरा मामला अमरपुर जनपद क्षेत्र की निघोरी ग्राम पंचायत का है, जहां ग्रामीणों ने बताया कि 9 मार्च 2020 को गांव की निस्तारी भूमि पर प्रीतम सिंह द्वारा पुनिया बाई यादव के लिए मड़ैया बनाकर कब्जा दिलाया गया, जिसकी जानकारी लगते ही ग्रामीणों द्वारा अवैध कब्जे का विरोध किया गया, लेकिन प्रीतम सिंह ने ग्रामीणों को पहले पुनिया बाई का कब्जा हटाने के लिए उकसाया और फिर पुनिया बाई के कच्चे मड़ैया के तोड़ने पर ग्रामीणों के खिलाफ ही समनापुर थाने में शिकायत दर्ज करवा दी.
प्रीतम सिंह और पुनिया बाई की शिकायत पर समनापुर पुलिस ने मड़ैया तोड़ने वाले 10 से ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई कर दी, जिससे नाराज ग्रामीणों ने सरपंच और उसके पति के खिलाफ काले झंडे लेकर विरोध रैली निकाली. इस रैली में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष शामिल हुए. वहीं ग्रामीणों ने मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिले और निस्तारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया जाए.
इस पूरे घटनाक्रम में जहां समनापुर पुलिस द्वारा निघोरी पंचायत के ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है, तो वहीं ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों को समनापुर थाना प्रभारी बेबुनियाद बता रहे हैं. पुलिस की माने तो प्रीतम सिंह ने उस बेबस महिला की मदद की है.