डिंडौरी। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन किया गया है, सरकार ने एडवाइजरी जारी कर लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही मास्क लगाने और बार-बार हाथ धोने के निर्देश भी दिए गए हैं, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.
लॉकडाउन में जब सबकुछ करीब-करीब बंद है, तब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन 450 से अधिक महिलाओं को घर बैठे रोजगार देकर उन्हें आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने का काम कर रही है. मढ़ियारास गांव में 8 महिलाएं घर का काम निपटाते ही कपड़े का मास्क बनाने में जुट जाती हैं.
महिलाओं ने बताया कि वे रोजाना करीब 100 मास्क बनाती हैं, जिससे उन्हें घर बैठे कमाई हो रही है. मां नर्मदा आजीविका ग्राम संगठन की अध्यक्ष बिद्दो बाई ने बताया कि मढ़ियारास और कनई सागवा गांव में सेंटर बनाए गए हैं. इन सेंटरों में महिलाएं मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क बनाने का काम कर रही हैं.
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला समन्वयक मीना परते ने कहा कि विकास खंड में 450 महिलाओं की टीम है, जोकि जिले में करीब 65 समूहों में काम कर रही हैं. मीना का कहना है कि समूह की महिलाओं के बने मास्क 13 सरकारी विभागों को मुहैया कराए जा चुके हैं, जिसमें पुलिस, बैंक सहित अन्य विभाग शामिल हैं. अब तक महिलाएं एक लाख 27 हजार मास्क बनाकर बांट चुकी हैं और मास्क बनाने का काम जारी है.