'सुंदरता' के लिए बच्ची को बेसहारा छोड़ चली गई थी मां, महिला सशक्तिकरण की टीम ने जाना मासूम का हाल - Mother left the baby in Dindori
ईटीवी भारत की खबर दिखाए जाने के बाद डिंडौरी महिला सशक्तिकरण विभाग की टीम डिंडौरी जिला अस्पताल पहुंची और अस्पताल में इलाज पा रही 1 महीने की मासूम का हाल जाना.
डिंडौरी। ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. खबर दिखाए जाने के बाद डिंडौरी के महिला एवं बाल विकास विभाग की नींद खुली है. विभाग के अंतर्गत काम करने वाली महिला सशक्तिकरण टीम के अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे. अधिकारी श्याम सिंगौर ने उस नवजात बच्ची की के बारे में जानकारी ली, जिसे उसकी मां ने छोड़ दिया था. उन्होंने बच्ची को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के निर्देश दिए. गौरतलब है कि बच्ची की मां ने ये कहकर बच्ची को छोड़ दिया था कि उसे दूध पिलाने से उसकी सुंदरता खराब हो जाएगी.
ये है पूरा मामला
डिंडौरी जिला अस्पताल में बिलाईखार गांव की कमली बाई अपनी 1 माह की पोती को लेकर इलाज कराने पहुंची थी. बच्ची को तेज बुखार और दस्त हो रहा था. दादी कमली बाई ने बताया था कि बच्ची की मां संतोषी बाई मासूम को छोड़कर चली गई है. उसने बताया कि मां ने जन्म के बाद से ही अपना दूध पिलाना ये कहकर बंद कर दिया था कि उसकी चेहरे की रंगत बिगड़ जाएगी.
Body:यह था मामला _ डिंडौरी जिला अस्पताल में बिलाईखार गांव की कमली बाई अपनी 1 माह की पोती शिवानी को लेकर इलाज कराने पहुंची थी। शिवानी जो महज 1 महीना 4 दिन की है जिसे तेज बुखार और दस्त लगातार हो रहा था। कमली बाई के बताए अनुसार शिवानी की बेरहम माँ संतोषी बाई ने बीते 11 दिन पहले ही शिवानी को उंसके पास छोड़ कर चली गई। संतोषी बाई जिसने शिवानी को जन्म देने के बाद से ही उसे अपना दूध पिलाना बंद कर दिया था।संतोषी बाई को यह सलाह उसकी माँ ने दिया था यह कहकर की दूध पिलाने से उंसके चेहरे की रंगत खराब हो जाएगी।वही संतोषी अपने आँचल में आने वाले दूध को निकाल कर फेंक देती थी पर शिवानी को नही पिलाती थी। संतोषी बाई शिवानी को ऊपर का दूध पिलाने लगी और कुछ दिन बाद बहाने से शिवानी को छोड़कर घर से भाग गई।
Conclusion:21 वी सदी में जहाँ महिलाओ को पुरुषों की तरह बराबरी का दर्जा दिया जा रहा है वही नन्ही मासूम पर उसकी माँ के सौतेले व्यवहार ने एक बार फिर समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है।