डिंडोरी। कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम सिमरिया में एक ठेकेदार के द्वारा राजस्थान के मजदूरों को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. जिसकी लिखित शिकायत मजदूरों ने डिंडोरी कोतवाली सहित कांग्रेस सहायता केंद्र में की. दोनों मजदूर भरतपुर जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जिनमें एक नाबालिग है.
मजदूरों का आरोप है कि, राजस्थान के ही निवासी इशाक खान ने लॉकडाउन के पहले 18 हजार रुपए प्रतिमाह की सैलरी पर उन्हें काम कराने के लिए डिंडौरी जिला के ग्राम सिमरिया बुलाया था. लॉकडाउन होने के बाद ठेकेदार इशाक खान दोनों मजदूरों को प्रताड़ित करने लगा. मजदूरों ने कहा कि, उन्हें भरपेट खाना नहीं दिया जाता था, साथ ही दिन-रात जेसीबी मशीन चलाने का दबाव बनाता था. उनके द्वारा घर जाने की बात कहने पर ठेकेदार उनके साथ गाली गलौज कर मारपीट करता था. जिसकी शिकायत उन्होंने डिंडोरी कोतवाली थाना में की है.
मजदूर साद खान के पिता का पैर टूट गया है, जिसे पैसे की बेहद आवश्यकता है, लेकिन ठेकेदार इशाक खान ने उसे पैसे नहीं दिया और 6 जून को सिमरिया गांव से जेसीबी सहित भाग गया. वहीं नाबालिग अरबाज खान के बहन की शादी है, उसे भी पैसे की जरूरत है, लेकिन आरोप है कि, ठेकेदार ने पैसे ना देते हुए उनके साथ मारपीट की.
कांग्रेस कमेटी आदिवासी विभाग के प्रदेश सचिव अशोक सरैया का कहना है कि, उन्हें ग्रामीणों से जानकारी लगी थी. जिसके बाद वे दोनों मजदूरों की मदद के लिए आगे आए हैं. कांग्रेस सहायता केंद्र से दोनों मजदूरों को कच्चा राशन उपलब्ध कराया गया है. साथ ही डिंडोरी कोतवाली में बात कर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है.