डिंडौरी| आदिवासी जिला डिंडौरी में शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते छात्र-छात्राएं खासे परेशान हैं. प्रदेश सरकार की योजना अब बच्चों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. इन दिनों प्रदेश सहित जिले भर में स्कूल चले हम अभियान के तहत छात्र-छात्राओं को साइकिलें बांटी जानी है. लेकिन सरकार ने जिस कंपनी को उसका ठेका दिया है वो बनी बनाई साइकिल न देकर,साइकिल के पुर्जे जिले में भेज रहे हैं.
इन साइकिलों को तैयार करने के लिए कारीगर भी दूसरे राज्य से बुलाए गए हैं. अब आलम ये है कि डिंडौरी जिले के सातों विकास खंडों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जहां जगह मिली उन्होंने साइकिल वहीं रखवा दी. साइकिलों को तैयार करने में कारीगरों को महीनों लग रहे हैं. जिन से निकलने वाली आवाज से स्कूल और छात्रावास सभी जगह के बच्चे और शिक्षक परेशान हैं.
जनसुनवाई में दो दर्जन छात्र स्कूल ना जाकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. उत्कृष्ट विद्यालय डिंडौरी में पढ़ने वाले छात्रों की ये समस्या है कि उनके हॉस्टल के बाहर और अंदर साइकिलें रख दी गई हैं. जिससे तैयार कर रहे कारीगरों द्वारा आवाज आती है. उन्हें पढ़ाई में परेशानी हो रही है.
वहीं ऐसा ही मामला मनमानी जनपद क्षेत्र के उत्कृष्ट विद्यालय में भी देखने को मिला जहां हजारों की संख्या में साइकिलें उत्कृष्ट स्कूल कैंपस के अंदर तैयार की जा रही हैं. यही नहीं साइकिलों के पार्ट्स बच्चों के शौचालय में रख दिए गए हैं. जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.