डिंडौरी। नवरात्रि का पावन पर्व शुरु हो गया है, जिसे लेकर लोग हमेशा उत्साहित भी रहते हैं. लेकिन इस वर्ष की बारिश और मंदी की मार ने लोगों के उत्साह में बट्टा लगा दिया है. जिसके कारण देवी पंडालों में और आस पास सजावट में कमी देखी जा रही है. साथ ही हर साल की तरह देवी प्रतिमाओं की संख्या में कमी आई है.
जिले के लोगों का कहना है कि डिंडौरी जिले में सबका जीवन कृषि पर आधारित है, लेकिन इस वर्ष ने फसलों को पूरे तरीके से तबाह कर दिया है. जिससे किसान के साथ आमजन भी परेशान हैं. साथ ही पूरे देश में मंदी और बढ़ती मंहगाई के कारण भी आम-आदमी की जेब पर भी असर पड़ा है. जिसका सीधा असर नवरात्रि के त्योहार पर भी दिख रहा है.जो लोग बड़े पंडालों के लिए चंदे के रूप में दान दिया करते थे. उन्होंने भी इस बार दान में कटौती की है. जिसका असर सजावट आदि में देखा जा रही है
नहीं दिख रहे आकर्षक पंडाल
पहले की भांति इस बार नगर सहित आसपास के इलाके में ज्यादा बड़े और आकर्षक पंडाल नजर नहीं आ रहे हैं समाजसेवी अशोक श्रीवास्तव का कहना है कि एक पंडाल को तैयार करने में लाखों रुपये खर्च होते है. खर्च तब किया जाता है जब अच्छा आता है. पंडाल को तैयार करने से लेकर अंतिम दिनों तक विद्युत साजसज्जा,भव्य देवी प्रतिमा,नौ दिन के पूजा पाठ की सामग्री, भंडारा और विसर्जन का खर्च भी जुड़ा रहता है.लेकिन इस बार जिलें में ही पंडालों की कमी दिखाई दे रही है .