ETV Bharat / state

क्रशर संचालक NGT के नियमों को खुलेआम उड़ा रहे हैं धज्जियां, प्रशासन बना बेखबर - mp news

डिंडौरी के बेहरा गांव में क्रशर संचलाक एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन प्रशासन अंजान बना हुआ है.

क्रशर संचालकों की मनमानी
author img

By

Published : Jul 29, 2019, 6:03 PM IST

डिंडौरी। जिले के धनवासी से लगे बहेरा गांव में क्रशर संचालक NGT के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. लेकिन प्रशासन को इसकी कोई खबर ही नहीं है. जेसीबी के माध्यम से बड़े पैमाने पर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है. इतना ही नहीं क्रशर में काम करने वाले मजदूरों का ना तो बीमा कराया गया है और ना ही सही मजदूरी दी जा रही है. जिले में क्रशर संचालकों की ओर से हर रोज अवैध खनन के मामले सामने आ रहे हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन खनन माफियाओं पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है.

क्रशर संचालकों की मनमानी

यहीं वजह है कि खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है और पर्यावरण के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है. वहीं जब इस मामले में जिम्मेदारों से बात की गई, तो वो क्षेत्र का मुआयना करने की बात कह कर अपनी नाकामी से बचते नजर आये.

डिंडौरी। जिले के धनवासी से लगे बहेरा गांव में क्रशर संचालक NGT के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. लेकिन प्रशासन को इसकी कोई खबर ही नहीं है. जेसीबी के माध्यम से बड़े पैमाने पर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है. इतना ही नहीं क्रशर में काम करने वाले मजदूरों का ना तो बीमा कराया गया है और ना ही सही मजदूरी दी जा रही है. जिले में क्रशर संचालकों की ओर से हर रोज अवैध खनन के मामले सामने आ रहे हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन खनन माफियाओं पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है.

क्रशर संचालकों की मनमानी

यहीं वजह है कि खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है और पर्यावरण के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है. वहीं जब इस मामले में जिम्मेदारों से बात की गई, तो वो क्षेत्र का मुआयना करने की बात कह कर अपनी नाकामी से बचते नजर आये.

Intro:एंकर _ डिंडौरी जिले की धनवासी ग्राम पंचायत क्षेत्र से लगे बहेरा गांव में क्रेशर संचालकों की मनमानी का बड़ा मामला सामने आया है । वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह से क्रेशर संचालक नियमों को ताक में रखकर क्रेशर संचालित कर रहे हैं। बात अगर पर्यावरण सुरक्षा के नियमों की करें तो यहां सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है । वहीं बहेरा गांव में क्रेशर में काम करने वाले मजदूरों का ना तो बीमा कराया गया है और ना ही सही मजदूरी दी जा रही है। मामले में जिम्मेदार क्षेत्र का मुआयना करने की बात कह कर कार्यवाही करने से बचते नजर आ रहे हैं।


Body:वि ओ 01 जिले में क्रेशर संचालकों द्वारा हर रोज बड़ी तादाद में अवैध खनन के मामले सामने आने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कोई बड़ी कार्रवाई न किए जाने से खनन माफियाओं के इस कदर हौसले बुलंद है कि वह जिले के प्राकृतिक सौंदर्य का समूल नष्ट करने पर उतर आए हैं। ताजा मामला अमरपुर विकासखंड क्षेत्र के गाँव बहेरा का है जहां क्रेशर संचालकों ने एनजीटी के नियम निर्देशों की धज्जियां उड़ा दी है।वही क्षेत्र में लगभग 2500 घन मीटर में बारूद जेसीबी के माध्यम से बड़े पैमाने पर अवैध खनन को अंजाम दे डाला है ।

पूर्व के बड़े मामले ठंडे बस्ते में _ बात अगर राजलक्ष्मी कंस्ट्रक्शन की करें तो उसी तर्ज पर यहां से भी एक क्रेशर संचालक अपने मोबाइल क्रेशर को लेकर चलते बने । ज्ञात हो कि बहेरा स्थित तीन क्रेशर संचालकों के मामले लगभग ढाई महीने पहले भी मीडिया में सुर्खियां में रहा है और उसके बाद कार्रवाई से बचने एक को अन्यत्र स्थापित कर दिया है ।लेकिन बीते माह में उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है ।

वही बहेरा में लगे क्रेशर संचालकों द्वारा जिस स्थान पर भारी तादाद में अवैध खनन किया जा रहा है उस स्थान पर वाहनों के आने-जाने के लिए क्रेशर संचालकों ने नाले का स्वरूप बिगाड़ कर सड़क में तब्दील कर दिया है। इसके अलावा आसपास भी बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है।

मजदूरों का न बीमा न सही मिला दाम_ बात अगर क्रेशर सहित उत्खनन कार्य मे लगे पुरुष एवं महिला मजदूरों की करे तो जानकारी के अनुसार न तो क्रेशर संचालकों द्वारा उनका अब तक बीमा कराया गया है और न ही मजदूरी सही दर पर दी जा रही है।वही मजदूर मुकेश की माने तो प्रतिदिन 10 लोगो के समूह में क्षेत्र का उत्खनन कर एक ट्रैक्टर भर कर देने में ट्रैक्टर मालिक 200 रुपये देते है जिसमे दिन भर में 10 ट्रैक्टर लोड किया जाता है।

क्षेत्र का करेंगे मुआयना _ वह इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम जिला के खनिज अधिकारी सुनील उइके से बात की तो उनका कहना है कि आप के माध्यम से जानकारी मिल रही है तो उस क्षेत्र का मुआयना कर कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व खनिज अधिकारी के द्वारा क्षेत्र का मुआयना किया गया था तो क्रेशर बंद पाई गई थी ।


Conclusion:बाइट 01 मुकेश वनवासी,मजदूर
बाइट 02 सुनील उइके,खनिज अधिकारी डिंडौरी
पीटूसी _ दीपक ताम्रकार, स्ट्रिंगर डिंडौरी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.