डिंडौरी। जिले के करंजिया क्षेत्र के रहने वाले बुधराम मार्को मानसिक स्थिति सही नहीं होने के चलते 5 जुलाई 2012 को पंजाब के पाकिस्तान की सीमा में घुस गया था. जिसे वहां की अदालत ने अवैध रूप से पाकिस्तान की सीमा में घुसने की सजा में जेल भेज दिया था. सजा काटने के बाद तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों से बुधराम भारत वापस लौटा था, तब देश के कई नेताओं ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन बुधराम की हालत आज बेहद खराब है. उसे मदद के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिला है.
पाकिस्तान की सीमा में अवैध रूप से घुसने के अपराध में बुधराम 2 साल 4 महीने पाकिस्तान की जेल में रहा था. भारत लौटने के बाद सुर्खियों में आए बुधराम के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने को लेकर नेताओं ने कई वादे किए थे, लेकिन वक्त के साथ सभी अपने द्वारा किए वादों को भूल गए. बुधराम आज भी कच्चे मकान में अपनी मां, भाभी और दो बच्चों के साथ रहता है.
बता दें कि बुधराम करंजिया के सुहारिनटोला में अपने परिवार के साथ रहता है. बुधराम की मानसिक हालत ठीक नहीं है. वहीं उसकी मां वृद्ध हो चुकी है. बुधराम की विधवा भाभी मेहनत-मजदूरी कर घर का खर्च चलाती है. बुधराम की मां सुमलिया बाई ने जिला प्रशासन से बुधराम की मदद के लिए कई बार गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं दी गई.
मामले में कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओंकार सिंह मरकाम ने कहा है कि बुधराम उनके परिवार और समाज का हिस्सा है, जिसकी यथासंभव मदद की जाएगी.