डिंडोरी| एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. धनुआसागर पंचायत के लाखों गांव के रहने वाली नाबालिग बच्चियां भीख मांगकर अपनी पढ़ाई के लिए पेन, कॉपी और बसते की जुगत में रहती थीं. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. इस खबर को संज्ञान में लेते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला और उनके साथी लाखों गांव पहुंचे और गरीब बच्चियों को पढ़ाई की सामग्री उपलब्ध कराई है.
डिंडोरी जिले में पारधी समाज के लोग बहुत ज्यादा संख्या में रहते हैं, जिनकी जिंदगी घुमक्कड़ होती है. यही कारण है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं उन तक आसानी से नहीं पहुंच पाती. गांव के पारधी समाज के लोगों ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष से अपनी कई समस्याओं को भी जाहिर किया जिसके समाधान का जिलाध्यक्ष ने भरोसा दिया है.
गांव के बच्चों ने ये भी बताया था कि उनके टीचर बेहद खराब हैं जो बुरी आदतों से लिप्त हैं. इन बच्चियों के साथ रहने वाली महिला ने बताया कि इन बच्चियों को मिलने वाली स्कॉलरशिप की राशि भी स्कूल के शिक्षक खा जाते हैं. वहीं रविवार के दिन भीख मांग कर बच्चियां 50 से 100 रुपए जोड़ लेती हैं और पढ़ाई में लगने वाली जरूरतों को पूरा कर लेती है. लाखों गांवों की तरह जिले के कई ऐसे गांव हैं जहां पारधी समाज के लोग और उनके बच्चे भुखमरी और गरीबी के साथ जीवन यापन करने को मजबूर हैं.