धार। आदिवासी समाज के सांस्कृतिक पर्व भगोरिया से मध्यप्रदेश का पर्यटन विभाग जुड़ेगा जिससे आदिवासी समाज कि संस्कृति और उनकी परंपराओं को प्रदेश के साथ में देश-विदेश में एक अलग पहचान मिलेगी, ये बात ईटीवी भारत मध्यप्रदेश से खास चर्चा में प्रदेश की पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी बघेल ने कही. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ मध्यप्रदेश में पर्यटन की एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं. आईफा की शुरुआत मध्यप्रदेश में हुई, मध्यप्रदेश की पर्यटन नगरी मांडू में 'मांडू महोत्सव' का आयोजन हुआ, जिससे ट्राइबल टूरिज्म को बढ़ावा मिला.
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार मध्यप्रदेश के ट्राइबल क्षेत्रों में ट्राइबल टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती है, जिससे टूरिज्म मध्यप्रदेश में रोजगार का अवसर लेकर आए, जिसकी शुरुआत पर्यटन नगरी मांडू में हुई, पिछले दिनों मांडू के आदिवासी समाज के लोगों के बीच में विदेशी पर्यटक गए, जिन्होंने आदिवासी समाज के लोगों के बीच में जा कर भोजन किया, उनके बीच में रहे, उनकी संस्कृति को जाना. विदेशी पर्यटक जिस आदिवासी परिवार के बीच में रहे, वहां से लौटने के दौरान उन्होंने उस आदिवासी समाज के परिवार को उनके बीच रहने और उनकी संस्कृति को जानने के लिए धनराशि दी, जिससे उस आदिवासी परिवार को एक प्रकार का रोजगार का अवसर मिला.
इसी तरह पर्यटन के माध्यम से किस तरीके से मध्यप्रदेश में रोजगार के अवसर लोगों को दिए जा सकें, इस तरह की सोच के लिए पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को धन्यवाद दिया और कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आइफा में आदिवासी संस्कृति की बात कही, उसी तरह मैं भी पर्यटन विभाग के माध्यम से आदिवासी संस्कृति और आदिवासी समाज के लोगों को रोजगार देने के प्रयासरत हूं, वहीं पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि आदिवासी समाज के सांस्कृतिक पर्व भगोरिया से मध्यप्रदेश का पर्यटन विभाग जुड़ने वाला है, पर्यटन विभाग भगोरिया में भी विदेशी पर्यटकों को लाने का प्रयास करेगा, जिससे आदिवासी समाज के सांस्कृतिक पर्व भगोरिया को देश-विदेश में एक अलग पहचान मिलेगी और उसके माध्यम से ट्राइबल टूरिज्म को मध्यप्रदेश में बढ़ावा मिलेगा और मध्यप्रदेश को नए रोजगार का अवसर मिलेगा.