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लापता बेटे की तलाश में पिता ने किया पैदल कूच, दिल्ली जाएगा वाया भोपाल

जिले के सरदारपुर राजोद क्षेत्र की एक परिवार गुमशुदा बेटे की तलाश में राजोद से सत्याग्रह करते हुए भोपाल के रास्ते  दिल्ली के लिए पैदल निकल पड़ा है.

बेटे की तलाश में पिता ने किया पैदल कूंच
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Published : Aug 28, 2019, 8:29 PM IST

धार। लापता बेटे के नहीं मिल पाने से निराश सरदारपुर का एक परिवार सत्याग्रह करते हुए भोपाल के रास्ते दिल्ली के लिए पैदल निकल पड़ा है. परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर वह अपना काम सही से करते, तो उनका बेटा अभी तक मिल गया होता.

बेटे की तलाश में पिता ने किया पैदल कूंच
पूरा मामला धार जिले के राजोद थाने का है, जहां 16 साल एक लड़का लापता हो गया है. पिता सेवाराम जाट के अनुसार पिछले 1 मई को 16 वर्षीय शशांक अपने घर के लिए पंखा लाने निकला था, जिसके बाद से ही वह लापता है. शशांक के पिता सेवा राम जाट ने इसकी रिपोर्ट थाना राजोद में दर्ज कराई थी. पर अब तक उसका कोई पता नहीं चला.


पिता का आरोप है कि 9 मई को शशांक के दोस्त के पास एक कॉल आया था, जिसमें कहा गया कि 'मैं यहीं पर हूं' आवाज शशांक जैसी थी. बाद में उस नंबर पर फोन लगाया गया तो फोन उठाने वाले ने बोला कि वह माहांकाल टिफिन सेंटर देवास गेट उज्जैन से बोल रहा है और शशांक को 1200 रुपये देकर बरमंडल की बस में बैठा दिया है. फोन की जानकारी पुलिस दी गई पर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पिता का कहना है कि अगर पुलिस नंबर को ट्रेस कर कार्रवाई करती, तो उनका बेटा मिल जाता.


अब सेवाराम जाट अपनी पत्नी और बूढ़ी मां के साथ भोपाल में मुख्यमंत्री व दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से गुहार लगाने का मन बनाया है. सेवाराम जाट ने राजोद थाने में पहुंच कर पुलिस वालों को गुलाब का फूल हाथ में दिया और उन्हें राजोद में ही आराम करने की बात कहकर पैदल ही राजोद से भोपाल और दिल्ली के लिए चल पड़े.


वहीं एसडीओपी ऐश्वर्य शास्त्री का कहना है, कि पुलिस अपना काम ठीक से कर रही है, जबकी लापता लड़के के परिवार वाले पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे हैं.

धार। लापता बेटे के नहीं मिल पाने से निराश सरदारपुर का एक परिवार सत्याग्रह करते हुए भोपाल के रास्ते दिल्ली के लिए पैदल निकल पड़ा है. परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर वह अपना काम सही से करते, तो उनका बेटा अभी तक मिल गया होता.

बेटे की तलाश में पिता ने किया पैदल कूंच
पूरा मामला धार जिले के राजोद थाने का है, जहां 16 साल एक लड़का लापता हो गया है. पिता सेवाराम जाट के अनुसार पिछले 1 मई को 16 वर्षीय शशांक अपने घर के लिए पंखा लाने निकला था, जिसके बाद से ही वह लापता है. शशांक के पिता सेवा राम जाट ने इसकी रिपोर्ट थाना राजोद में दर्ज कराई थी. पर अब तक उसका कोई पता नहीं चला.


पिता का आरोप है कि 9 मई को शशांक के दोस्त के पास एक कॉल आया था, जिसमें कहा गया कि 'मैं यहीं पर हूं' आवाज शशांक जैसी थी. बाद में उस नंबर पर फोन लगाया गया तो फोन उठाने वाले ने बोला कि वह माहांकाल टिफिन सेंटर देवास गेट उज्जैन से बोल रहा है और शशांक को 1200 रुपये देकर बरमंडल की बस में बैठा दिया है. फोन की जानकारी पुलिस दी गई पर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पिता का कहना है कि अगर पुलिस नंबर को ट्रेस कर कार्रवाई करती, तो उनका बेटा मिल जाता.


अब सेवाराम जाट अपनी पत्नी और बूढ़ी मां के साथ भोपाल में मुख्यमंत्री व दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से गुहार लगाने का मन बनाया है. सेवाराम जाट ने राजोद थाने में पहुंच कर पुलिस वालों को गुलाब का फूल हाथ में दिया और उन्हें राजोद में ही आराम करने की बात कहकर पैदल ही राजोद से भोपाल और दिल्ली के लिए चल पड़े.


वहीं एसडीओपी ऐश्वर्य शास्त्री का कहना है, कि पुलिस अपना काम ठीक से कर रही है, जबकी लापता लड़के के परिवार वाले पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे हैं.

Intro:सरदारपुर - राजोद क्षेत्र की एक बुजुर्ग महिला अपने बेटे बहु के साथ गुमशुदा एक मासूम पोते की तलाश में उसकी सकुशल वापसी को लेकर रिमझीम बारीश मे राजोद से धार व भोपाल होते हुए दिल्ली तक के लिए सत्याग्रह करते हुए पैदल निकले , ज़िलाधीश , मुख्यमंत्री ओर प्रधानमन्त्री से मिलने अपनी व्यथा सुनाने , पूरा मामला धार जिले के राजोद थाने का है जहा अपने जिगर के टुकड़े के लापता होने के गम से पीड़ित पिता सेवाराम जाट के अनुसार पिछले 1 मई को 16 वर्षीय शशांक अपने घर से पंखा लाने का कह कर निकला था , जिसके बाद से अब तक उसकी कोई खोज खबर नहीं , शशांक के पिता सेवा राम जाट ने अपने बेटे के गायब होने की रिपोर्ट थाना राजोद में दर्ज कराई थी इसी दौरान 9 मई को शशांक के दोस्त के मोबाइल पर एक फोन कॉल आया जिसमें बस इतना कहा गया कि - मैं यहीं पर हूं - फोन की आवाज शशांक जैसी लगी वापस उस नम्बर पर फोन लगाने पर उक्त फोन वाले ने शशांक के पिता को गुमराह करते हुए अपना पता मानवता भोजनालय चौराहा साईनाथ चौराहा विजयनगर इंदौर बताया जिस की जानकारी थाना राजोद पर तत्कालीन टीआई मीणा कर्णावत को भी दी गई , सेवाराम जाट के बताए पते पर विजय नगर इंदौर में तलाश की लेकिन इंदौर में ऐसी कोई जगह ही नहीं मिली , बाद में उक्त नंबर पर बहुत फोन लगाएं तब जाकर उक्त फोन नंबर वाले ने बताया कि माहांकाल टिफिन सेंटर देवास गेट उज्जैन से बोल रहा हूं तथा तुम्हारे बेटा को 1200 रुपये देकर बरमंडल की बस में बैठा दिया गया है लेकिन पिता का कहना है कि मेरा बेटा अब तक घर नहीं आया , अगर समय रहते राजोद पुलिस सक्रिय हो जाती और तत्काल उक्त नंबर को ट्रेस कर कार्रवाई करती तो उनका बेटा मिल जाता , अब पिता पत्नी और बूढ़ी दादी ने धार होते हुए भोपाल में मुख्यमंत्री व दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से गुहार लगाने का मन बनाया , और राजोद थाने में पहुंच पहले पुलिस वालों को गुलाब का फुल हाथ में दिए तथा उन्हें राजोद में ही आराम करने की बात कहकर पैदल ही राजोद से भोपाल और दिल्ली के लिए चल दिए , क्षेत्रवासियों की मानें तो राजोद क्षेत्र में पहले भी कई बच्चे गायब हो चुके हैं पर पुलिस आज तक उन्हें नहीं ढूंढ पाई है ।Body:सरदारपुर- राजोद क्षेत्र की एक बुजुर्ग महिला अपने बेटे बहु के साथ गुमशुदा एक मासूम पोते की तलाश में उसकी सकुशल वापसी को लेकर रिम झीम बारीश मे राजोद से धार व भोपाल होते हुए दिल्ली तक के लिए सत्याग्रह करते हुए पैदल निकले , ज़िलाधीश , मुख्यमंत्री ओर प्रधानमन्त्री से मिलने अपनी व्यथा सुनाने , पूरा मामला धार जिले के राजोद थाने का है जहा अपने जिगर के टुकड़े के लापता होने के गम से पीड़ित पिता सेवाराम जाट के अनुसार पिछले 1 मई को 16 वर्षीय शशांक अपने घर से पंखा लाने का कह कर निकला था , जिसके बाद से अब तक उसकी कोई खोज खबर नहीं , शशांक के पिता सेवा राम जाट ने अपने बेटे के गायब होने की रिपोर्ट थाना राजोद में दर्ज कराई थी इसी दौरान 9 मई को शशांक के दोस्त के मोबाइल पर एक फोन कॉल आया जिसमें बस इतना कहा गया कि - मैं यहीं पर हूं - फोन की आवाज शशांक जैसी लगी वापस उस नम्बर पर फोन लगाने पर उक्त फोन वाले ने शशांक के पिता को गुमराह करते हुए अपना पता मानवता भोजनालय चौराहा साईनाथ चौराहा विजयनगर इंदौर बताया जिस की जानकारी थाना राजोद पर तत्कालीन टीआई मीणा कर्णावत को भी दी गई , सेवाराम जाट के बताए पते पर विजय नगर इंदौर में तलाश की लेकिन इंदौर में ऐसी कोई जगह ही नहीं मिली , बाद में उक्त नंबर पर बहुत फोन लगाएं तब जाकर उक्त फोन नंबर वाले ने बताया कि माहांकाल टिफिन सेंटर देवास गेट उज्जैन से बोल रहा हूं तथा तुम्हारे बेटा को 1200 रुपये देकर बरमंडल की बस में बैठा दिया गया है लेकिन पिता का कहना है कि मेरा बेटा अब तक घर नहीं आया , अगर समय रहते राजोद पुलिस सक्रिय हो जाती और तत्काल उक्त नंबर को ट्रेस कर कार्रवाई करती तो उनका बेटा मिल जाता , पुलिस की निष्क्रियता एवं लापरवाही के चलते आज इतना समय होने के बाद भी उनके बेटे का कोई पता नहीं है , तथा माता-पिता अपना सब कुछ दांव पर लगा चुके हैं , अब पिता पत्नी और बूढ़ी दादी ने धार होते हुए भोपाल में मुख्यमंत्री व दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से गुहार लगाने का मन बनाया , और राजोद थाने में पहुंच पहले पुलिस वालों को गुलाब का फुल हाथ में दिए तथा उन्हें राजोद में ही आराम करने की बात कहकर पैदल ही राजोद से भोपाल और दिल्ली के लिए चल दिए , क्षेत्रवासियों की मानें तो राजोद क्षेत्र में पहले भी कई बच्चे गायब हो चुके हैं पर पुलिस आज तक उन्हें नहीं ढूंढ पाई है , वहीं ग्रामीण माता पिता का इस तरह अपने गुमशुदा बेटे की तलाश में इस तरह सत्याग्रह कर पदयात्रा करना क्षेत्रवासियों को विचलित कर गया है ,
वही अपने गुमशुदा पुत्र की तलाश में सत्याग्रह की राह पर चलते हुए पदयात्रा करते राजोद क्षेत्र के दंपत्ति व उनकी बुजुर्ग मां 25 किलोमीटर दूर चोटिया बिल्लौद पहुंचे , तो सूचना के बाद क्षेत्र के एसडीओपी ऐश्वर्य शास्त्री उनसे मिलने पहुंचे तथा उन्हें समझाइश देते हुए शीघ्र ही बच्चे को ढूंढने का आश्वासन दिया व अपनी पदयात्रा समाप्त करने की बात कही , परंतु गुमसुदा बालक के परिजन नहीं माने और सत्याग्रह की राह पर चलने की बात कहीConclusion:सरदारपुर- राजोद क्षेत्र की एक बुजुर्ग महिला अपने बेटे बहु के साथ गुमशुदा एक मासूम पोते की तलाश में उसकी सकुशल वापसी को लेकर रिमझीम बारीश मे राजोद से धार व भोपाल होते हुए दिल्ली तक के लिए सत्याग्रह करते हुए पैदल निकले , ज़िलाधीश , मुख्यमंत्री ओर प्रधानमन्त्री से मिलने अपनी व्यथा सुनाने , पूरा मामला धार जिले के राजोद थाने का है जहा अपने जिगर के टुकड़े के लापता होने के गम से पीड़ित पिता सेवाराम जाट के अनुसार पिछले 1 मई को 16 वर्षीय शशांक अपने घर से पंखा लाने का कह कर निकला था , जिसके बाद से अब तक उसकी कोई खोज खबर नहीं , शशांक के पिता सेवा राम जाट ने अपने बेटे के गायब होने की रिपोर्ट थाना राजोद में दर्ज कराई थी इसी दौरान 9 मई को शशांक के दोस्त के मोबाइल पर एक फोन कॉल आया जिसमें बस इतना कहा गया कि - मैं यहीं पर हूं - फोन की आवाज शशांक जैसी लगी वापस उस नम्बर पर फोन लगाने पर उक्त फोन वाले ने शशांक के पिता को गुमराह करते हुए अपना पता मानवता भोजनालय चौराहा साईनाथ चौराहा विजयनगर इंदौर बताया जिस की जानकारी थाना राजोद पर तत्कालीन टीआई मीणा कर्णावत को भी दी गई , सेवाराम जाट के बताए पते पर विजय नगर इंदौर में तलाश की लेकिन इंदौर में ऐसी कोई जगह ही नहीं मिली , बाद में उक्त नंबर पर बहुत फोन लगाएं तब जाकर उक्त फोन नंबर वाले ने बताया कि माहांकाल टिफिन सेंटर देवास गेट उज्जैन से बोल रहा हूं तथा तुम्हारे बेटा को 1200 रुपये देकर बरमंडल की बस में बैठा दिया गया है लेकिन पिता का कहना है कि मेरा बेटा अब तक घर नहीं आया , अगर समय रहते राजोद पुलिस सक्रिय हो जाती और तत्काल उक्त नंबर को ट्रेस कर कार्रवाई करती तो उनका बेटा मिल जाता , पुलिस की निष्क्रियता एवं लापरवाही के चलते आज इतना समय होने के बाद भी उनके बेटे का कोई पता नहीं है , तथा माता-पिता अपना सब कुछ दांव पर लगा चुके हैं , अब पिता पत्नी और बूढ़ी दादी ने धार होते हुए भोपाल में मुख्यमंत्री व दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से गुहार लगाने के लिए पद यात्रा शुरु की ,
बाईट- (1)सेवाराम जाट राजोद लापता युवक के पिता
(2)एसडीओपी ऐश्वर्य शास्त्री सरदारपुर
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