धार। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के गरीब लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए संबल योजना की शुरुआत की थी, लेकिन गरीबों को लाभ पहुंचाने वाली योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. योजना से जुड़े हितग्राही अब योजना के लाभ के लिए अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.
हितग्राहियों का आरोप है कि इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. जिन हितग्राहियों ने पंजीयन कराया है, उन्हें संबल योजना के अंतर्गत आकस्मिक मृत्यु के बाद मिलने वाली दो लाख की सहायता राशि अभी तक नहीं मिली है, जबकि कुछ हितग्राहियों के मामले भी स्वीकृत हो चुके हैं. पंचायत और जनपद स्तर पर हितग्राहियों को यह कहकर भ्रमित किया जा रहा है कि उनका पंजीयन निरस्त हो चुका है. संबल योजना से जुड़ी ऐसी तमाम परेशानियों से हितग्राही परेशान हो रहे हैं.
संबल योजना से जुड़े हितग्राहियों की परेशानी को जब जिला पंचायत के सामने रखा गया, तो जवाबदेह अधिकारियों ने जांच के बाद ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया है.